उन्होंने कहा कि वह सदन में यह मुद्दा उठाना चाहते थे लेकिन स्पीकर ने जानबूझकर उन्हें बोलने का समय नहीं दिया। बैंस ने आरोप लगाया कि कै. अमरेंद्र सिंह एक ओर ङ्क्षढढोरा पीट रहे हैं कि राज्य में इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है लेकिन दूसरी ओर चालू वित्त वर्ष के दौरान बिजली की दरों में टू-पार्ट टैरिफ लगवाकर बिजली की इंडस्ट्रीयल दरों में 40.60 प्रतिशत से लेकर 89.90 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी कर दी गई है।
बैंस ने आरोप लगाया कि गत 31 मार्च 20 किलोवाट बिजली लोड वाले स्माल पावर सप्लाई इंडस्ट्रियल यूनिट्स की बिजली दरें 5 रुपए प्रति यूनिट थीं जो वर्तमान में टू-पार्ट टैरिफ के तहत 7.70 रुपए प्रति यूनिट हो गई हैं। इस तरह इस श्रेणी के उपभोक्ताओं की बिजली दरों में 54 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है। इसी तरह 20 किलोवाट से 100 किलोवाट बिजली लोड के इंडस्ट्रीयल उपभोक्ताओं की दरें 5.51 रुपए प्रति यूनिट से बढ़कर 7.93 रुपए कर इनकी दरों में 58.6 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।