गुरुद्वारे के रास्ते के विवाद पर चली जमकर लाठियां

खबरें अभी तक।  शिमलापुरी एरिया में एस.जी.पी.सी. व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मध्य गुरुद्वारे के रास्ते को लेकर पनपे विवाद ने उस समय गंभीर रूप ले लिया, जब दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर बरसाते हुए जमकर लाठियां चलाईं। झगड़े की जानकारी मिलते ही विभिन्न थानों की पुलिस व आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात पर काबू पाया। इस झगड़े में दोनों पक्षों के आधा दर्जन के करीब समर्थक जख्मी हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया।

असल में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की शिमलापुरी के ईंटों वाला चौक के समीप 17 एकड़ जमीन वर्षों से खाली पड़ी हुई थी, जिस पर कुछ दिन पहले कमेटी ने चारदीवारी करने का काम शुरू किया था। उस समय भी सड़क के लिए कम जगह छोडऩे को लेकर स्थानीय निवासियों व कमेटी में विवाद हुआ था परंतु समय रहते मौके पर पहुंचे वरिष्ठ नेताओं की दखलंदाजी उपरांत सड़क के लिए ज्यादा जगह छोडऩे का फैसला लिया गया, जिसके बाद माहौल शांत हो गया। मंगलवार को चारदीवारी करते समय हालात एक बार फिर गर्मा गए, जब उक्त जमीन के समीप स्थित स्थानीय गुरुद्वारा की प्रबंधकीय कमेटी ने दीवार कर रहे वर्करों को गुरुद्वारा की तरफ जाने वाला रास्ता छोडऩे के लिए कहा। इसकी खबर मिलते ही एस.जी.पी.सी. के सदस्य व टास्क फोर्स मौके पर पहुंच गई, जिन्होंने लोकल कमेटी को रास्ता छोडऩे के लिए मना कर दिया। उनका तर्क था कि गुरुद्वारा का मुख्य गेट दूसरी तरफ है। कमेटी सदस्यों ने जानबूझ कर पिछले हिस्से में गेट निकाला हुआ है।

इसी दौरान रास्ते को लेकर चल रही बहस ने गंभीर रूप धारण कर लिया और दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई। झगड़े के दौरान जमकर लाठियां भी चलीं, जिससे आधा दर्जन के करीब लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही थाना शिमलापुरी, डाबा, फोकल प्वाइंट से भारी संख्या में पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। ए.डी.सी.पी. संदीप शर्मा की अगुवाई में पुलिस कर्मियों ने हल्का बल प्रयोग करके दोनों पक्षों को अलग किया व घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया। खबर लिखे जाने तक इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ था।

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप 
एस.जी.पी.सी. के हरपाल सिंह ने बताया कि उक्त जमीन कमेटी की है, जिसका प्रबंध पहले लोकल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी देख रही थी परंतु हाईकोर्ट के आदेशों उपरांत एस.जी.पी.सी. ने इसका कंट्रोल अपने हाथों में लेते हुए जगह पर चारदीवारी करवानी शुरू कर दी है। इसी दौरान स्थानीय गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गुरुद्वारा के पिछले हिस्से में खोले नाजायज गेट हेतु रास्ता मांगने को लेकर विवाद शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि कमेटी सदस्यों ने गुरुद्वारा की छत पर रखे ईंट-पत्थरों से उन पर हमला बोल दिया, जिससे उनके लोग जख्मी हो गए।

लोकल कमेटी का आरोप 
लोकल गुरुद्वारा कमेटी की मनजीत कौर ने एस.जी.पी.सी. के लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त जमीन गुरुद्वारा साहिब की है व स्थानीय लोगों ने कमेटी को गुरुद्वारा साहिब की तरफ जाने वाला रास्ता छोडऩे की ही मांग रखी थी, न कि किसी का इसमें निजी फायदा था। स्थानीय सिख संगत की जायज मांग को पूरा करने की बजाय एस.जी.पी.सी. के लोगों ने शांति से बात कर रही संगत पर लाठियों से हमला बोल दिया, जोकि सरासर गलत है।

नहीं बिगडऩे देंगे कानून व्यवस्था 
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों को चेतावनी देते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी कीमत और किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

प्रधान के पास पहुंचा मामला 
सिख संगत में पैदा हुआ विवाद एस.जी.पी.सी. प्रधान तक पहुंचने की खबर है। उन्होंने लोकल कमेटी को बुधवार को अपने पास आने व माहौल शांत रखने के लिए कहा है।