कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान, 12 मई को होगा मतदान; 15 मई को काउंटिंग

आखिरकार कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख को लेकर लंबा इंतजार खत्म हो गया। चुनाव आयोग ने कर्नाटक में चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। 12 मई को कर्नाटक में मतदान होगा। केवल एक चरण में ही चुनाव संपन्न होगा। वहीं, 15 मई को वोटों की गिनती की जाएगी। चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही कर्नाटक में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू हो गई है।

चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया है कि कर्नाटक में चुनाव के दौरान इवीएम के साथ- साथ वीवीपैट मशीन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जाहिर है कि इवीएम मशीन पर विपक्ष हमेशा से सवाल खड़े करता आया है। बता दें कि कर्नाटक में 4 करोड़ 96 लाख मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। वहीं करीब 57 हजार पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। दिव्यांगों व महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 

– कर्नाटक में 12 मई को मतदान, 15 को मतगणना

– केवल एक चरण में होगा चुनाव

– कर्नाटक में 4 करोड़ 96 लाख वोटर

– सभी पोलिंग स्टेशन पर EVM के साथ VVPAT लगाए जाएंगे

– करीब 57 हजार पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे

– रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर पर रोक

– हर उम्मीदवार को 28 लाख रुपये खर्च करने पर छूट

– चुनावी खर्च पर विशेष नजर रखी जाएगी

– कर्नाटक में केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती होगी

– 28 मई से पहले सारी प्रक्रिया पूरी की जाएगी: EC

– 97 हजार फोटो पहचान पत्र जारी किए जाएंगे

– कर्नाटक में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू

– 450 से अधिक बूथों की कमान महिलाओं के हाथ में होगी

– दिव्यांगों, महिलाओं के लिए बूथों पर खास इंतजाम किए जाएंगे

आपको बता दें कि कर्नाटक की मौजूदा 13वीं विधानसभा का पांच वर्ष का कार्यकाल तीन जून को पूरा हो रहा है।225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा की 224 सीट के लिए चुनाव होता है जबकि एक सीट पर एंग्लो-इंडियन समुदाय से सदस्य मनोनित होती है। जाहिर है कि कर्नाटक का चुनावी रण जीतने के लिए तमाम दल जोरो-शोरों से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस अपना किला बचाने में जुटी है तो वहीं बी. एस. येदुरप्पा को सीएम फेस बनाकर भाजपा भी मैदान में उतर चुकी है। जेडीएस बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरने जा रही है।

गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सत्ता को गिराने के लिए भाजपा पूरी कोशिशों में जुटी हैं। तो वहीं, कांग्रेस अपनी कुर्सी की बचाने की जद्दोजहद में लगी हुई है। बीतें दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कर्नाटक के दौरे पर रहे हैं। वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत पीएम नरेंद्र मोदी भी कर्नाटक में रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। ऐसे में दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हैं। चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही चुनावी जंग और तेज हो जाएगी।