अध्यापकों पर कार्रवाई के खिलाफ रोष

खबरें अभी तक।  लुधियाना में शांतिपूर्वक प्रदर्शन के दौरान गत दिवस हुए लाठीचार्ज व आंगनबाड़ी कर्मियों द्वारा सोमवार को चंडीगढ़ व मोहाली में किए गए प्रदर्शन के मुद्दों की विधानसभा में गंूज सुनाई दी। नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने शून्यकाल शुरू होते ही अध्यापकों पर लाठीचार्ज का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कई अध्यापकों की पगडिय़ां उतार दी गईं जिससे उनके धार्मिक चिन्हों की बेअदबी हुई।

उन्होंने कहा कि अध्यापक लुधियाना में सेवाएं रैगुलर करने व अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी बात सुनने की बजाय बल प्रयोग कर आवाज दबाने का प्रयास किया गया। अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी लुधियाना में अध्यापकों पर कार्रवाई के खिलाफ रोष जताया। इसी दौरान खैहरा ने आंगनबाड़ी कर्मियों के प्रदर्शन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि राज्य की 56,000 आंगनबाड़ी कर्मियों को मिलने वाले भत्ते में भी वृद्धि नहीं की जा रही।

इसी दौरान परमिंद्र सिंह ढींडसा ने बजट पेश होने से पहले प्रश्नकाल के दौरान हुई लीकेज का मामला उठाया। इसका जवाब देते हुए वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने कहा कि अकाली सदस्य बजट लीकेज संबंधी जिस प्रश्र का हवाला दे रहे हैं, वह तो बजट का हिस्सा ही नहीं परंतु अकाली-भाजपा सदस्यों द्वारा शोर-शराबा जारी रखने पर स्पीकर ने दखल देते हुए कहा कि विधानसभा के रिकार्ड का अध्ययन कर लिया जाएगा जिससे सच्चाई सामने आ जाएगी।