नई नवेली बहू ने धरना दे छुड़ा दी ससुराल की ‘गंदी’ आदत

‘टॉयलेट: एक प्रेमकथा’ फिल्म से मिलती-जुलती कहानी है शहडोल, मध्य प्रदेश के गांव बिजहा की ‘बहूरानी’ स्वाति सोनी की। स्वाति सोनी जब बहू बनकर ससुराल आईं तो घर में शौचालय नहीं था। उन्होंने पति से शौचालय बनवाने की विनती की। लेकिन ना तो पति ने और ना ही ससुराल वालों ने उनकी बात सुनी। कह दिया कि यहां तो खुले में ही जाने की परंपरा है, सभी जाते हैं।

बहू ने जिद पकड़ी और घर के बाहर ही धरना दे दिया। नई नवेली बहू को धरने पर बैठा देख गांव की अन्य महिलाएं भी साथ बैठ गईं। फिर क्या था, पति और ससुरालियों ने बहूरानी की मांग मान ली और घर में शौचालय बनने लगा। बात यहीं खत्म नहीं हुई, फिर तो सिलसिला चल पड़ा। देखते ही देखते गांव के 80 फीसद घरों में शौचालय बनकर तैयार हो गए।

हर घर से उठी मांग-

स्वाति की पहल के बाद धरने का यह सिलसिला चल निकला। गांव के किसी न किसी घर के बाहर रोजाना धरने होने लगे और जिस गांव में नौ महीने पहले मुश्किल से 50 शौचालय थे, वहां इनकी संख्या बढ़कर 300 पहुंच गई। 1900 की आबादी वाले गांव में 400 घर हैं। शेष बचे 100 घरों में भी अब शौचालय बनाने के लिए तैयारी चल रही है।