ट्रेड वॉर की सुगबुगाहट के बीच चीन और अमेरिका के बीच हुई बातचीत

ट्रेड वार पर पिछले कुछ दिनों से चल रही तनातनी के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) और चीन ने शनिवार को टेलीफोन पर बातचीत की। हालांकि दोनों सरकारों के बीच अब तक के वरिष्ठतम स्तर के अधिकारियों के बीच बातचीत के दौरान चीन के प्रभारी उप वित्त मंत्री ल्यू ही ने अमेरिका के उप वित्त मंत्री स्टीवन न्युचिन को स्पष्ट कहा कि उनका देश अमेरिकी कदमों या ट्रेड वार से कतई नहीं डरता। ही ने कहा कि चीन अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए तैयार और सक्षम है। हालांकि उन्होंने दोनों पक्षों द्वारा समझदारी से काम लेने तथा साथ मिलकर काम करने की उम्मीद जताई। ही के मुताबिक बातचीत के दौरान दोनों पक्ष कारोबारी मुद्दों पर बातचीत जारी रखने को भी तैयार हो गए।

इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को चीन से आयातित करीब 6,000 करोड़ डॉलर (लगभग चार लाख करोड़ रुपये) मूल्य के सामानों पर आयात शुल्क लगा दिया था। इनमें ज्यादातर सामान उन क्षेत्रों के हैं, जिनमें अमेरिका चीन पर बौद्धिक संपदा अधिकार (आइपीआर) के उल्लंघन का आरोप लगाता रहा है। इसके जवाब में शुक्रवार को चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका को स्पष्ट धमकी दी कि वह ट्रेड वार में पड़ना तो नहीं चाहता, लेकिन घसीट लिए जाने की हालत में बिलकुल नहीं डरता। इसके साथ ही शुक्रवार को ही चीन ने अमेरिका से आयातित करीब 300 करोड़ डॉलर (लगभग 20,000 करोड़ रुपये) के सामानों पर आयात शुल्क लगाने की घोषणा की। लेकिन दिलचस्प यह है कि इन सामानों में अमेरिका से सबसे ज्यादा आयात होने वाले सोयाबीन का नाम नहीं था, और जिसे चीन सरकार द्वारा नियंत्रित अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक सूची में होना चाहिए था।