मुख्यमंत्री खट्टर ने रोहणात फहराया झंड़ा

खबरें अभी तक। देश की आजादी के दौरान असंख्य लोगों ने अपना बलिदान दिया था। कुछ इलाकों में 1857 के गदर में हिस्सा लेने की जो सजा दी गई थी। वो आज भी उनके वंशजों को टीस पहुंचा रही है। ऐसा ही एक गांव है हरियाणा के भिवानी जिले का रोहणात।

इस गांव को 1857 के गदर में साथ देने के लिए अंग्रेजों ने नीलाम कर दिया था। इसके बाद भी जब अंग्रेजों का मन नही भरा तो उन्होंने गांव पर तोपें चलवाकर तहस-नहस कर दिया था।  शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गांव का दौरा किया। लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जब पहली बार उन्होंने रोहणात गांव का इतिहास सुना था तो उनके रौंगटे खड़े हो गए थे।

क्या इस तरह की सजा भी दी जा सकती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गांव में रोहणात फ्रीडम ट्रस्ट की घोषणा की। इस ट्रस्ट में सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपए की राशी दी गई है और यह पहली अप्रैल से काम करना शुरु कर देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के विकास के लिए सरकार धन की कोई कमी नहीं रहने देगी।

वहीं शिक्षामंत्री रामबिलास ने कहा कि इस गांव के इतिहास को देखते हुए इसका का पाठ बनाकर स्कूलों में पढ़ाया जाएगा। साथ ही गांव के इतिहास पर सरकार अपने कोटे से एक फिल्म का निर्माण भी करवाएगी।