कांग्रेस के निशाने पर सरकार, कहा- एससी/एसटी एक्ट पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करें केंद्र

एससी-एसटी एक्ट में तुरंत गिरफ्तारी ना करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कांग्रेस ने इसको लेकर सीधा केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी नेताओं ने संसद परिसर में गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। यह मांग करते हुए कि केंद्र को एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर रिव्यू पिटीशन दायर करनी चाहिए। इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने ‘दलितों के सम्मान में, राहुल गांधी मैदान में’ नारे लगाए।

प्रदर्शनकारी कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार इस मामले में ढिलाइ बरत रही है। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला दलितों के हक में नहीं है। इससे दलितों पर अत्याचार के मामले बढ़ेंगे। इसलिए केंद्र सरकार को इस मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल की जानी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला-

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अभी हाल ही में एससी/एसटी एक्ट को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है, जिस पर कांग्रेस आपत्ति दर्ज करा रही है। इस फैसले में कोर्ट ने कहा था कि एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग हो रहा है। इसलिए ऐसे मामलों में तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए। इसके अलावा कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि इस प्रकार के मामलों में गिरफ्तारी से पहले जमानत भी मिल सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि अब इस तरह के मामलों में गिरफ्तारी से पहले डीएसपी स्तर के अधिकारी के द्वारा जांच भी जरूरी होगी।

पहले से तैयार थी कांग्रेस की रणनीति-

बताया जा रहा है कि सत्र शुरू होने से पहले सभी सांसदों को कांग्रेस संसदीय दल के कार्यालय में इकट्ठा किया गया और इस मुद्दे पर आगे बढ़ने की रणनीति पर चर्चा की गई। सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान संसद में पार्टी की रणनीति को लेकर राहुल गांधी से भी चर्चा की गई। बता दें कि संसद के दोनों सदनों- लोकसभा और राज्यसभा में 5 मार्च को बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हुई, तब से लेकर अबतक संसद में कोई काम नहीं हुआ है। यह लगातार तीसरा सप्ताह जब संसद की कार्यवाही बाधित हुई है और जिस कारण कोई भी कामकाज नहीं हो सका है। राज्यसभा अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने संसद को सुचारू ढंग से चलने के लिए कई प्रयास किया, लेकिन उनके भी प्रयास असफल साबित हुए।