आपके डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा फेसबुक

ऑनलाइन डाटा चोरी के सबसे बड़े मामले में फेसबुक की भूमिका साफ होने के बाद इस सोशल वेबसाइट के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने एक पोस्ट लिखकर इस चूक के लिए माफी मांगी है। उन्होंने लिखा है कि भविष्य में ऐसी चूक दोबारा न हो, इसके लिए फेसबुक में जरूरी बदलाव किए जाएंगे।

क्या था मामला

ब्रिटेन स्थित कैंब्रिज एनालिटिका नाम की डाटा विश्लेषक कंपनी के सहसंस्थापकों और डाटा विश्लेषकों में से एक क्रिस्टोफर वाइली ने कंपनी पर पांच करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा इकठ्ठा करने का आरोप लगाया। यह डाटा उन यूजर्स की अनुमति या जानकारी के बिना चुराया गया था। कंपनी ने यूजर्स और उनके फेसबुक मित्रों की निजी जानकारी का इस्तेमाल करके उनका दिमागी खाका तैयार किया। इसके हिसाब से ब्रिटेन के ब्रेक्जिट रेफरेंडम और 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कंपनी ने राजनीतिक प्रचार किया।

 कंपनी को कहां से मिला डाटाकंपनी को यह डाटा कैंब्रिज के रिसर्चर अलेक्जेंडर कोगन से मिला। कोगन ने फेसबुक के लिए दिस इज योर डिजिटल लाइफ नामक एप बनाया जिसमें लोगों को उनके व्यक्तित्व के बारे में ऑनलाइन टिप्पणियां मिलती हैं। फेसबुक ऐसे एप डेवलपर्स को अनुमति देता है कि वे यूजर्स से उनका निजी डाटा इस्तेमाल करने की अनुमति लेकर एप बना सके।