ख़बरें अभी तक: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यपर्ण केस की सुनवाई करते हुए ब्रिटेन स्थित वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने भारतीय बैंकों के लोन देने की प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़े कर दिए। इतना ही नहीं कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज एमा अर्बथनॉट ने बैंकों द्वारा साजिश करने का आरोप भी लगा दिया।
अबूझ पहेली की तरह है केस
जज एमा ने कहा कि यह पूरा केस एक तरह से अबूझ पहेली है, जिसको समझने में उनको काफी महीने लग गए। जज ने कहा कि भारतीय बैंकों ने माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को लोन देते वक्त अपनी ही तय गाइडलाइंस को ताक पर रख दिया।जज ने यहां तक भी कहा कि इन बैंकों के कुछ अधिकारियों ने माल्या के खिलाफ साजिश रची, जिसके चलते उसको देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा और एक अच्छी खासी चलती हुई कंपनी को बंद करना पड़ा। जज ने इसके बाद भारतीय अधिकारियों को केस समझाने के लिए कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है।
जज एमा ने कहा कि यह पूरा केस एक तरह से अबूझ पहेली है, जिसको समझने में उनको काफी महीने लग गए। जज ने कहा कि भारतीय बैंकों ने माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को लोन देते वक्त अपनी ही तय गाइडलाइंस को ताक पर रख दिया।जज ने यहां तक भी कहा कि इन बैंकों के कुछ अधिकारियों ने माल्या के खिलाफ साजिश रची, जिसके चलते उसको देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा और एक अच्छी खासी चलती हुई कंपनी को बंद करना पड़ा। जज ने इसके बाद भारतीय अधिकारियों को केस समझाने के लिए कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है।