पिता ने फर्जी दस्तावेजों से एक बेटे के नाम कर दी संपत्ति

खबरें अभी तक। रामनगर में फर्जी दस्तावेज व गवाहों के सहारे लाखों रुपए की पैतृक संपत्ति अपने बड़े बेटे के नाम कर छोटे बेटे को उसके हक से वंचित कर देने का मामला सामने आया है। इस बारे छोटे बेटे ने अपने बाप, बुआ, वकील, डॉक्यूमैंट राइटर व 2 गवाहों के विरुद्ध पुलिस थाना सदर में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस जांच शुरू होते ही अब आरोपियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।

रामनगर के रहने वाले शिकायतकर्ता सतविंद्र पाल सिंह का आरोप है कि वर्ष 2015 में उसके पिता ने उसकी छोटी बुआ के साथ साजिश रचकर फर्जी दस्तावेज व गवाह के आधार पर पैतृक संपत्ति यानी जमीन उसके बड़े भाई के नाम कर दी। कायदे से उसे भी पैतृक संपत्ति का बराबर हिस्सा मिलना चाहिए था।

पिता व बुआ को विरासत में मिली थी जमीन
बकौल सतविंद्र पाल सिंह उसके पिता व बुआ को विरासत में दादा की जमीन मिली थी। वर्ष 2015 में उसके पिता ने अपनी दोनों बहनों को समोचन करवाने को कहा। पिता ने बड़ी बहन को बताया कि वह अपनी सारी जमीन बड़े बेटे के नाम करवाना चाहता है। इस बात पर एक बुआ ने आपत्ति जता दोनों बेटों के नाम बराबर जमीन करवाने को कहा और उसने सहमति न बनने तक समोचन करवाने से मना कर दिया। इसके कुछ माह बाद पिता ने समोचन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए।

बुआ की जगह उसकी बेटी को कर दिया पेश 
दूसरी बुआ की जगह तहसीलदार के समक्ष उसकी बेटी को पेश कर दिया। डॉक्यूमैंट राइटर व 2 अन्य गवाहों ने बुआ की पहचान बेटी के रूप में की। इससे दोनों बहनों का हिस्सा भी पिता के नाम हस्तांतरित हो गया। बाद में पिता ने अपनी सारी जमीन बड़े बेटे के नाम हस्तांतरित कर दी। पुलिस थाना सदर के प्रभारी सुनील कुमार सांख्यान का कहना है कि सभी आरोपियों के विरुद्ध धोखाधड़ी, साजिश रचने व फर्जी दस्तावेज बनाकर उनका उपयोग करने का केस दर्ज किया गया है।