सदन में गर्माया Educational Institute को बंद करने का मुद्दा

खबरें अभी तक।  विधानसभा में दलाश और करसोग में शिक्षण संस्थान बंद करने की अधिसूचना पर विपक्ष ने हंगामा किया। दो शिक्षण संस्थानों के बंद किए जाने से नाराज विपक्ष ने सदन में मामला उठाया और नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया। प्रश्नकाल खत्म होते ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले को लेकर सरकार पर आरोप लगाया कि करसोग और दलाश के तकनीकी संस्थान बंद करने की अधिसूचना जारी करना जनभावनाओं से खिलवाड़ है, इसे सहन नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सरकार द्वारा खोले गए पॉलिटेक्निक कॉलेज को बंद करना जनविरोधी फैसला है।

अग्निहोत्री ने सरकार पर आरोप लगाया कि पहले मुख्यमंत्री ने कहा, कोई भी संस्थान बंद नहीं होगा, लेकिन अब उन्होंने संस्थानों को बंद करने की नोटिफिकेशन जारी कर दी है। जिससे ये बात साफ होती है कि सरकार की कथनी और करनी में दिन रात का अंतर है।

उन्होंने कहा कि सरकार को जंजैहली एसडीएम तफ्तर को शिफ्ट करने पर हुए विवाद को भूलना नहीं चाहिए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को मांग पर कांग्रेस सरकार ने ये शिक्षण संस्थान खोले थे, इन्हें इस तरह बंद करना सरकार को शोभा नहीं देता, ये गलत है। कांग्रेस इस फैसले के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने में भी परहेज नहीं करेगी।