रसूखदार को गलत तरीके से पीआर एजेंसी का टेंडर दे दिया

खबरें अभी तक। गुरुग्राम में नगर निगम का घोटालों से चोली दामन का साथ है जो समय समय पर अक्सर देखने को मिलता रहता है। इस बार भी निगम के अधिकारियों ने अपने एक रसूखदार को गलत तरीके से पीआर एजेंसी का टेंडर दे दिया।

नगर निगम के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर एक पीआर एजेंसी ने दिसंबर 2016 को नगर निगम के पीआर का टेंडर लिया था। जिसके लिए नगर निगम हर महीने एजेंसी को 5 लाख रुपए का भुगतान भी करता है। लेकिन करीब 15 महीने में इस एजेंसी ने चंद ट्वीट करने के नाम पर 77 लाख रुपए नगर निगम के खजाने से अपनी तिजौरी में भर लिए।

एजेंसी की इस कारगुजारी को जब कुछ पार्षदों ने उठाया तो निगम कमिश्नर के आदेश पर एजेंसी का टेंडर रद्द करने के आदेश दिए गए है…एजेंसी की ये कारगुजारी पिछले कई महीनों से सुर्खियों में रही है लेकिन बावजूद इसके नगर निगम के आला अधिकारियों ने कार्यवाही करने में 15 महीने का वक्त लगा दिया।