अधिकारियों ने सरकारी कार्यालयों को बनाया शराब का अड्डा

खबरें अभी तक। प्रदेश के कुछ आला अधिकारी अपने सरकारी कार्यालयों को अपने घर की तरह समझते है। कार्यालय में जो दिल किया वही कार्य कर लेते है। शराब पीने का दिल किया तो पियन से शराब व नमकीन मंगवा लेते है। अपने सरकारी कार्यालय को दफ्तर कम आराम प्रसति का अडड़ा ज्यादा समझते है। ऐसा ही मामला पंचकूला के जिला बागवानी अधिकारी डॉ. रिषिपाल बिश्नोई का सामने आया है।

जिला बागवानी अधिकारी डॉ. रिषिपाल बिश्नोई अपने बागवानी के कार्यालय में शराब पीने में इतने मशगूल है कि उन्हें जरा भी सरकारी कार्यालय के बारे में ज्ञान नही है। लोग बाहर से सरकारी कार्यालय में काम के लिए आते है। मगर साहब शराब पीने में मशगूल है। बागवानी अधिकारी ने शराब के लिए ही अपने कार्यालय को आहाते का रूप दिया हुआ है। वो जब कार्यालय में शराब पी रहे थे तो किसी सज्जन ने इसकी विड़ियो बना ली।

साहब शराब के नशे में इतने मशगुल थे कि उन्हें पता ही नही कि क्या हो रहा है। बाद में जब कुछ होंश आया तो अपने गिलास व शराब की बोतल को छिपाने लग गए। जानकारी के अनुसार यह अधिकारी जब किसी किसान को बागवानी के लिए सबसिडी के लोन का केस करना होता है। उसे शराब की पार्टी लेने के लिए कार्यालय में ही बुला लेते है। पूरी रात कार्यालय में शराब का जश्न मनाते है। इस पार्टी में पियन को भी एक दो पेग मिल जाते है।

कार्यालय में शराब पीना गलत
सरकारी कार्यालय में शराब पीना गलत है। जोकि सरकारी नियम के खिलाफ है। जिला बागवानी अधिकारी डॉ. रिषिपाल बिश्नोई के शराब पीने के मामले में जांच करवाई जाएगी। अगर वो दोषी पाए गए तो उनपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। सरकारी कार्यालय जनता व विभाग के कार्य करने के लिए है न की शराब पीने के लिए।