इन वजहों से महिलाओं को करनी चाहिए सेक्स की पहल

ऐसी मान्यता है कि सेक्स की पहल करने का अधिकार सिर्फ पुरुषों को है। हालांकि दुनियाभर में हुई कई स्टडीज में यह बात सामने आयी है कि सेक्स को लेकर महिलाएं भी उतनी ही कामुक होती हैं जितना पुरुष। फर्टिलिटी ऐप किन्डारा की ओर से कई साल पहले एक सर्वे कराया गया था जिसके नतीजे बताते हैं कि 75 प्रतिशत महिलाओं ने स्वीकार किया था कि वे सप्ताह में 3 बार से ज्यादा सेक्स करना पसंद करती हैं जबकि 13 प्रतिशत महिलाएं सप्ताह में 6 बार से ज्यादा सेक्स करना चाहती थीं। महिलाएं अगर सेक्स की पहल करें तो इससे उनके रिश्ते में क्या फायदा होता है जानें, आगे की स्लाइड्स में…
35 साल की स्कूल टीचर रूबीना रॉय (बदला हुआ नाम) कहती हैं कि जब उनका बॉयफ्रेंड उनकी सेक्स की डिमांड को पूरा करता है तो उन्हें खुद में सशक्त महसूस होता है। रूबीना कहती हैं, मैं सेक्स को लेकर आक्रामक नहीं होती लेकिन भावपूर्ण संकेत देती हूं। मुझे अच्छा लगता है कि मुझे जो चाहिए उसे मैं अपने बॉयफ्रेंड से खुले तौर पर बोल सकती हूं। रूबीना कहती हैं कि सेक्स में उनका सक्रिय रोल उन्हें उनके रिश्ते में आत्मविश्वास दिलाता है।
बढ़ता है आत्मविश्वास
भले ही आप फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे की कितनी ही बड़ी फैन क्यों न हों और पार्टनर के सामने समर्पण को इरॉटिक मानती हों लेकिन कभी कभार कुछ चेंज के लिए आप पार्टनर पर हावी होकर देखें। ऐसा इसलिए क्योंकि पुरुष अक्सर महिलाओं की जरूरतों का अंदाजा नहीं लगा पाते। ऐसे में महिलाओं को चाहिए वे अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करें और पार्टनर को बताएं कि उनकी बॉडी को क्या चाहिए। ऐसा करने से दोनों पार्टनर्स की उत्तेजनाएं बढ़ेंगी।
बढ़ जाती है उत्तेजना
शारीरिक नजदीकियां आपको आपके पार्टनर के और करीब ले आती हैं और यह जुड़ाव आपके रिश्ते में बेहतर संतुष्टि लेकर आता है। साइंस ने भी यह बात साबित की है कि किस तरह से सेक्स, किसी रिश्ते में इमोशनल अटैचमेंट लाता है। सेक्स की वजह से बॉडी में हैपी हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं जो दोनों पार्टनर्स को तनावमुक्त बनाता है। आप जितना कम तनाव में रहेंगे पार्टनर के साथ आपकी कनेक्टिविटी और बॉन्डिंग उतनी ही बेहतर होगी।
एक्सपर्ट्स की मानें तो पुरुषों पर अक्सर आनंद सुनिश्चित करने का भार रहता है जिस वजह से वे हमेशा प्रेशर में रहते हैं। ऐसे में अगर महिलाएं पहल करें तो जाहिर सी बात है कि पुरुषों का कुछ प्रेशर जरूर कम होगा। इस बारे में सेक्सॉलजिस्ट डॉ प्रकाश कोठारी कहते हैं, ‘महिलाओं और पुरुषों दोनों को यह बात समझनी चाहिए कि सेक्स कोई परफॉर्मेंस नहीं हैं, इसका मकसद आपसी खुशी और आनंद हासिल करना है।’