विज से की शहर अस्पताल अपग्रेड करने की मांग

खबरें अभी तक। विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान अम्बाला शहर विधायक असीम गोयल का दर्द साफ नजर आया। अम्बाला शहर के सिविल अस्पताल को अपग्रेड करने के मामले में गोयल ने अपने जिले के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर सवालों की बौछार कर दी। दोनों के बीच पूर्व में कई बार मतभेद की खबरें आती रही हैं लेकिन आज सदन में गोयल खुलकर सामने आ ही गए। गोयल ने अम्बाला शहर के सामान्य अस्पताल का दर्जा दो सौ से तीन सौ बिस्तर करने की मांग पर जब सरकार से पूछा कि दर्जा बढ़ाने और मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने की प्रक्रिया कब तक पूरी होगी। इस पर विज ने बताया कि समयसीमा वह प्रशासनिक मंजूरी मिलने के बाद ही दे सकते हैं।

इसके बाद गोयल ने एक के बाद एक अनेक सवाल विज पर दाग दिए। उन्होंने स्पीकर के माध्यम से सदन में कहा कि अढ़ाई साल पहले सी.एम. ने दर्जा बढ़ाने की घोषणा की थी। अस्पताल को तीन सौ बैड का किया जाना है। इमरजैंसी के नाम पर एक कमरा है, रोजाना ओ.पी.डी. 2 हजार से 22 सौ है। सामान्य अस्पताल न होकर यह रैफरल अस्पताल बनकर रह गया है। न मशीनें हैं, न ढांचागत सुविधाएं। गोयल का दर्द इस बात में भी नजर आया कि कैंट अस्पताल की तस्वीर अढ़ाई साल में बदल गई, लेकिन शहर के अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है। गोयल ने कहा कि यदि अढ़ाई साल में अफसरों ने प्रशासनिक अनुमति ही नहीं दी तो यह बड़ी चूक है, समयबद्ध तरीके से यह काम होना चाहिए। जिन अफसरों की चूक है, उन पर कार्रवाई हो।

इस पर विज ने कहा कि प्रशासनिक मंजूरी के लिए टीम गठित की है। जैसे ही सुविधाएं बढ़ाने पर होने वाले खर्च की असैसमैंट आएगी, बैसे ही काम शुरू करा देंगे। गोयल भी नहीं रुके, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की एक और पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि अढ़ाई करोड़ की सिटी स्कैन मशीन को रखने के लिए अस्पताल में जगह नहीं है। विभाग ने निजी कंपनी से मशीन ठेके पर चलाने का आग्रह किया था, इस पर कंपनी ने कहा कि अगर मशीन में कोई दिक्कत आई तो वे फंस जाएंगे, इसलिए उनकी न मानी जाए। मशीन के रखे-रखे ही पचास लाख के उपकरण खराब हो गए हैं। उसकी जांच होनी चाहिए। लोग परेशान हो रहे हैं। विज बोले कि सिटी स्कैन मशीन को ठीक करवाकर विभाग स्तर पर चलवाएंगे।

चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रत्येक जिले में एक नॄसग कालेज एवं स्कूल का निर्माण करवाया जाएगा, जिससे राज्य के अस्पतालों में पैरामैडिकल स्टाफ की कमी नही रहने दी जाएगी। इसके लिए नॄसग काऊंसिल का गठन भी किया है, जिसकी पहली बैठक शीघ्र ही होगी। खेलमंत्री अनिल विज ने कहा कि भूमि उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव भेजने वाले राज्य के सभी गांवों में खेल स्टेडियम बनाया जाएगा। इसके लिए 4 या 6 एकड़ जमीन मुहैया करवानी होगी। विज ने कहा कि नियमानुसार 4 एकड़ भूमि पर स्टेडियम का निर्माण पंचायत विभाग द्वारा करवाया जाता है, जबकि 6 एकड़ भूमि पर खेल विभाग द्वारा स्टेडियम बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार तो किसी भी क्षेत्र से कोई भेदभाव नहीं कर रही है, फिर खेल में भेदभाव कैसे कर सकते हैं।

महिला दिवस पर डिप्टी स्पीकर को तोहफा
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से एक दिन पूर्व आज विधानसभा में डिप्टी स्पीकर संतोष यादव की मांग पर सरकार ने तुरंत अटेली हलके के नांगल मोहनपुर और खेड़ी (कांटी) के दोनों विद्यालयों को अपग्रेड करने की घोषणा की गई। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने बताया कि इन दोनों विद्यालयों को इसी सत्र से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय स्तर तक अपग्रेड कर दिया जाएगा।

‘हेल्थ कार्ड फॉर आल’ से होगा इलाज : विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि ‘हेल्थ कार्ड फॉर आल’ नई प्रस्तावित योजना के तहत प्रदेश के 2.5 करोड़ लोगों की थैलेसिमिया सहित करीब 3 दर्जन बीमारियों की जांच शीघ्र ही घर-घर जाकर नि:शुल्क करवाई जाएगी। देश में यह अपनी तरह की पहली योजना होगी। विज ने कहा कि हरियाणा में थैलेसिमिया के मरीजों को नि:शुल्क दवाइयां तथा रक्त की उपलब्धता करवाई जाती है, इसके तहत गत एक वर्ष के दौरान मरीजों को 9,838 यूनिट रक्त फ्री उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि एक अनुमान के अनुसार राज्य में 1136 मरीज थैलेसिमिया से पीड़ित है, जिनमें 18 वर्ष की आयु से कम बच्चों की संख्या करीब 750 है। इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूकता की कमी है, जिसके लिए प्रयास किया जा रहा है।