CM ने बजाई देश के First Voter श्याम शरण नेगी के फोन पर घंटी

खबरें अभी तक। जीवन के 100 साल देख चुके देश के पहले वोटर श्याम शरण नेगी उस समय हैरान रह गए, जब उन्हें बताया गया कि सीएम जयराम ठाकुर उनसे बात करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा में रह रहे श्याम से मोबाइल फोन पर उनका हालचाल जाना। नेगी जी का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा।

उन्हें ऊंचा सुनाई देता है। जब सीएम ने उनसे मोबाइल फोन पर बात की तो स्पीकर ऑन किया गया था। श्याम ने जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किन्नौर आने पर वे निजी तौर पर खुद उनसे मिलने जरूर आएंगे।

उन्होंने नेगी को आश्वस्त किया कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो वह तुरंत उपायुक्त से सम्पर्क करें। प्रशासन और सरकार उनकी हर संभव सहायता करेगी। जयराम ने कहा कि नेगी जी के रूप में देवभूमि को देश का पहला वोटर देने का गौरव हासिल है।

श्याम शरण ऐसे बने थे देश के पहले वोटर 
ब्रिटिश हुकूमत से आजादी मिलने के बाद भारत में साल 1952 में पहले आम चुनाव हुए थे। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू चाहते थे कि भारत के जनजातीय इलाके भी आम चुनाव में हिस्सा लें। क्योंकि जनजातीय इलाकों में बर्फबारी के कारण आवागमन अवरुद्ध हो जाता है।

देशभर के जनजातीय इलाकों में सबसे पहले किन्नौर इलाके को ही चुना गया। उस समय किन्नौर में श्याम शरण नेगी को पोलिंग ऑफिसर की जिम्मेदारी दी गई थी। उस समय वहां सुविधाओं और संसाधनों की कमी थी। साथ ही किन्नौर का इलाका भी दुर्गम था। वहां मतदान के लिए मतपेटी भी नहीं थी। ऐसे में उन्होंने टीन के कनस्तर को मतपेटी का रूप दिया।

स्थितियां ऐसी थीं कि कोई भी मतदान के लिए आने को तैयार नहीं था, तो ऐसे में श्याम ने ही सबसे पहले मतदान किया। यह 25 अक्टूबर 1951 की बात थी। उन्होंने वोट डालने के बाद महीने भर पूरे कबायली इलाके में घूम-घूम कर लोगों को मतदान का महत्व समझाया और उनसे मतदान करवाया।

भारत में लोकतंत्र की मजबूती और मतदान को लेकर श्याम के योगदान पर उन्हें कई बार सम्मानित भी किया गया। उन पर डॉक्यूमेंटरी भी तैयार की है, जिसे अब तक यू-ट्यूब पर कई लोग देख चुके हैं। हर चुनाव में वोट डालने के लिए पहुंचने वाले नेगी लोकतंत्र में भारतीय आस्था के प्रतीक बन चुके हैं। उनके स्वागत में रेड कारपेट भी बिछाया जाता है।