30 हजार साल पुरानी मास्‍टरपीस कलाकृति को Facebook ने किया बैन, जानें क्‍यों?

खबरें अभी तक। प्रागैतिहासिक काल की तकरीबन 30 हजार साल पुरानी कलाकृति (स्‍टेच्‍यू) को सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक ने सेंसर कर दिया है. लिहाजा इसको शेयर नहीं किया सकता. प्रागैतिहासिक काल का मास्‍टरपीस कही जाने वाली इस कलाकृति का नाम ‘वीनस ऑफ विलेनडॉर्फ’ (Venus of Willendorf) है. यह ऑस्ट्रिया में विएना के नेचुरल हिस्‍ट्री म्‍यूजियम में रखी है. दुनिया भर के कला प्रेमी इसे देखने के लिए आते हैं. फेसबुक के कदम की इस म्‍यूजियम ने बुधवार को कड़े शब्‍दों में आलोचना की है.

‘वीनस ऑफ विलेनडॉर्फ’
प्रारंभिक पाषाण युग काल की चार इंच (11 सेमी) की इस स्‍टेच्‍यू को 20वीं सदी की शुरुआत में ऑस्ट्रिया के एक गांव विलेनडॉर्फ के पास खोजा गया था. यह नग्‍न महिला की कलाकृति है. म्‍यूजियम इस स्‍टेच्‍यू को ऑइकन का दर्जा देता है और इसके मुताबिक यह महिला को चित्रित करने वाली प्रागैतिहासिक काल की सबसे लोकप्रिय और सर्वश्रेष्‍ठ कलाकृति है.

विवाद
यह विवाद दिसंबर में उस वक्‍त शुरू हुआ जब इटली की आर्ट एक्टिविस्‍ट लौरा घिआंडा ने इस कलाकृति की पिक्‍चर को फेसबुक पर शेयर किया. उसके बाद यह तस्‍वीर वायरल हो गई. फेसबुक ने इसको पोर्नोग्राफिक श्रेणी में मानते हुए इसको सेंसर कर दिया. उसके विरोध में लौरा ने 27 दिसंबर को एक पोस्‍ट लिखकर इसका विरोध किया. उन्‍होंने लिखा, ”प्रिय अंतरराष्‍ट्रीय साथियों, आप यकीन नहीं करेंगे कि मेरे साथ क्‍या हुआ? फेसबुक ने मेरी एक पोस्‍ट को सेंसर कर दिया क्‍योंकि…मैंने विलनडॉर्फ लेडी की डेंजरस पोर्नोग्राफिक पिक्‍चर का इस्‍तेमाल किया है. 25 हजार साल पुरानी पुरातात्विक खोज फेसबुक के लिए एक खतरनाक कंटेंट है. इसको बयान कर पाना मुश्किल है. मैंने चार बार इसके खिलाफ अपील की. 25 हजार साल पुरानी कलाकृति की वजह से फेसबुक कंट्रोल टीम असहज हो गई है. यही कलाकृति विएना के पुरातात्विक म्‍यूजियम में रखी है जिसको देखने के लिए हर साल हजारों लोग आते हैं और इसे सराहते हैं. प्राचीन संस्‍कृति की झलक दिखाने वाली यह कृति यहां(फेसबुक) पर सुरक्षित इमेज नहीं है. यह शर्मनाक है और इस सेंसर का विरोध किया जाना चाहिए…”

इसी संदर्भ में नेचुरल हिस्‍ट्री म्‍यूजियम ने बुधवार को इसी विरोध के सुर में अपनी आवाज उठाते हुए अपने बयान में कहा, ”हमारा मानना है कि इस तरह की पुरातात्विक कलाकृति को ‘नग्‍नता’ मानते हुए इसे फेसबुक द्वारा प्रतिबंधित नहीं किया जाना चाहिए. इस तरह के किसी भी आर्ट वर्क पर ऐसी पाबंदी नहीं होनी चाहिए.”

इसके साथ ही यह कहा गया, ”वीनस को नग्‍न ही रहने दो. 30 हजार सालों से यह बिना कपड़ों के प्रागैतिहासिक फर्टिलिटी प्रतीकों के माध्‍यम से खुद को प्रतिबिंबित कर रही है. अब फेसबुक ने इसको सेंसर कर कला जगत को दुखी कर दिया है…इससे पहले कभी किसी विजिटर ने इस तरह की कोई आपत्ति नहीं उठाई.”