BJP से नाराज दूल्हे ने शादी के कार्ड में लिखवाया ‘हमारी भूल कमल का फूल’

खबरें अभी तक। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में एक दूल्हे ने अपनी शादी के कार्ड में बीजेपी का चुनाव चिन्ह कमल का फूल के साथ एक ऐसी इबारत दर्ज की कि बीजेपी की भौं चढ़ गई. दूल्हे ने शादी के कार्ड में लिखवाया ‘हमारी भूल कमल का फूल.’

ये शादी 26 फरवरी की थी जो कि परंपरागत ढंग से संपन्न भी हो गई, लेकिन जांजगीर के जैजैपुर गांव से यह शादी का कार्ड जब शहरों तक पहुंचा तो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया. यह जब बीजेपी नेताओं के हाथों में पहुंचा तो उनकी त्योरियां चढ़ गई.

जांजगीर चांपा जिले के जैजैपुर गांव में रहने वाले परसराम मनहर के पुत्र राम कुमार की शादी धनेश्वरी के साथ 26 फरवरी को संपन्न हो गई. लेकिन नेताओं के बीच शादी के कार्ड ने बवाल मचा दिया. यह पहला मौका है जब शादी के कार्ड को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां आमने सामने है.

माह बाद राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी के नेताओं को इस बात का अंदेशा है कि कहीं कोई और उनका धुर विरोधी ऐसे शादी के कार्ड से प्रभावित होकर कुछ और नया न कर जाए.

दूल्हा बने राम कुमार मनहर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राज्य की बीजेपी सरकार की नीति और सिस्टम से वे बेरोजगारी की लाइन में लग गए. दो साल पहले वो स्थानीय पंचायत में कंप्यूटर ऑपरेटर थे. आर्थिक तंगी का हवाला देकर पंचायत विभाग ने लगभग 10 हजार ऑपरेटरों को अचानक नौकरी से निकाल दिया.

ये सभी अस्थाई कर्मचारी थे. इसके बाद तमाम ऑपरेटर रोजगार की राह तक रहे हैं. उनके मुताबिक नौकरी खत्म करते समय राज्य के पंचायत मंत्री ने भरोसा दिलाया था कि वे दूसरी सरकारी नौकरियों में उन्हें प्राथमिकता देंगे. लेकिन दो साल बाद भी सरकार ने उनकी ओर देख तक नहीं. उनके मुताबिक इस बात से नाराज होकर वे बीजेपी की असलियत अपने मेहमानों तक पहुंचाना चाहते हैं. इसी मकसद से उन्होंने यह कार्ड छपवाया है.

इधर, इस मामले में सियासत भी गरमाई हुई है. राज्य के पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने इसे व्यर्थ की कवायत बताया है. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेसियों की करतूत है. तो कांग्रेसी नेता मुरली अग्रवाल ने इसे जनता की मंशा करार दिया है. उनके मुताबिक, बीजेपी ने सिर्फ वोट पाने के लिए जनता के साथ झूठे वायदे किए हैं. लेकिन अब जनता को हकीकत का एहसास होने लगा है.