दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट मामले की आंच हरियाणा पहुंची, काली पट्टी में आए अफसर

खबरें अभी तक। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा हाथापाई किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आइएएस मारपीट मामले की आंच हरियाणा तक पहुंच गई है। इस घटना को लेकर राज्‍य के आइएएस लाबी में जबर्दस्‍त नाराजगी है। हालांकि, बुधवार को यहां कार्यरत आइएएस अफसरों ने काले बैज लगाकर अपना विरोध जताया।

हरियााणा प्रदेश ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने सोशल मीडिया पर आप विधायकों की मुख्य सचिव के साथ किए गए अभद्र व्‍यवाहार की कठोर शब्‍दों मे निंदा की। आइएएस लाबी में जबरदस्‍त आक्रोश है। उन्‍होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की अति निम्‍नस्‍तर की गुंडागर्दी है।

विपक्ष बोला, केजरीवाल जी सरकार चला रहे हो या सर्कस-

अमानतुल्लाह खान समेत AAP के दो विधायकों पर दिल्ली पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद समूचे विपक्ष ने हमला बोल दिया है। इस कड़ी में सबसे तीखा बयान कभी केजरीवाल की पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया की ओर से आया है। स्वराज इंडिया के प्रवक्ता अनुपम ने पूछा है- ‘सरकार चला रहे हैं या सर्कस केजरीवाल जी’।

 अनुपम ने ट्वीट किया है- मुख्य सचिव और आम पार्टी के बीच का यह विवाद बेहद शर्मनाक है, और ये कोई पहली ऐसी घटना नहीं है। केजरीवाल के काम करने का यह तरीका बन गया है। पहले भी शकुंतला गैमलिन से लेकर आशीष जोशी तक कई अधिकारियों की बदनामी, उनपर झूठे आरोप और बदसलूकी की गई।BJP बोली, दिल्ली में संवैधानिक संकट-

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सीएम को अपने पद बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। साथ ही भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली पर संवैधानिक संकट मंडरा रहा है। ऐसा पहली बार है जब किसी मुख्यमंत्री के आधार पर मुख्य सचिव के साथ ऐसी बदतमीजी की गई है। AAP और अराजकता दोनों एक-दूसरे के पर्यायवाची बन गए हैं। इनका संविधान से कोई वास्ता नहीं है।