नरेंद्र मोदी सरकार पर पीएनबी घोटाले के सूत्रधार कारोबारियों नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को देश वापस लाने के लिए जहां दबाव बढ़ रहा है, वहीं विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार इस मामले के फॉलो-अप के लिए अभूतपूर्व कोशिशें कर रही है.
अकबर पूर्ववर्ती यूपीए सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करते भी साफ दिखे. अकबर ने कहा, ‘हर कोशिश की जा रही है. मैं समझता हूं कि सरकार ने इस मुद्दे पर फॉलो-अप के लिए सरकार ने अभूतपूर्व कोशिश की है. जितनी संख्या में छापे मारे गए हैं, जितनी संख्या में फॉलो-अप कार्रवाई की गई हैं, वो सब असाधारण है. सरकार जो भी मुमकिन हो सकता है वो कर रही है.’
बीजेपी नेतृत्व यही दलील देता रहा है कि ये घोटाला यूपीए सरकार के वक्त हुआ और मोदी सरकार छोड़ी हुई गंदगी को साफ कर रही है. अकबर ने कहा, ‘असली सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए जिन्होंने नीरव मोदी के लिए शो-रूम खोले.’ बता दें कि अकबर का बयान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के उस बयान के बाद में आया है जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी पर मेहुल चौकसी के कुख्यात कारोबार से कथित तौर पर जुड़ाव रखने का आरोप लगाया.
वहीं, सिंघवी ने ऐसे आरोपों को खारिज करते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्रवाई शुरू करने की धमकी दी. सिंघवी ने कहा, ‘ना तो मेरी पत्नी, ना मेरे बेटों और ना ही मेरा गीतांजलि या नीरव मोदी की कंपनियों से कोई लेना-देना है. नीरव मोदी की कंपनी कमला मिल्स प्रॉपर्टी में एक किराएदार थी. कमला मिल्स प्रॉपर्टी का स्वामित्व अद्वैत होल्डिंग्स के पास है जिसमें मेरी पत्नी और बेटे निदेशक हैं. अद्वैत होल्डिंग्स की परेल में कॉमर्शियल प्रॉपर्टी है, जिसे फायरस्टोन ने कई वर्षों पूर्व किराए पर लिया था. ना तो अद्वैत का और ना ही मेरे परिवार का नीरव मोदी या फायरस्टोन से कोई हित जुड़ा है.