क्रिकेट टीम में चयन ना होने की वजह से छात्र ने की खुदकशी

खबरें अभी तक। बाबू सिह कॉलोनी के 15 वर्ष के कुलदीप सिंह ने स्कूल क्रिकेट टीम में नहीं चुने जाने रपर खुदकुश्‍ी कर ली। वह मल्टीपर्पज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 9वीं क्लास में पढ़ता था। परिवार के लाेग एक कमरे में टीवी देख रहे थे और कुलदीप ने दूसरे कमरे में गले में फंदा लगाकर जान दे दी। घर वालाें ने उसे फंदे पर लटका देखा ताे उनके होश उड़ गए।

पंजाबी यूनिवर्सिटी में बतौर माली काम करने वाले सुखदेव सिंह ने बताया कि बेटे कुलदीप का स्कूल क्रिकेट टीम में चयन नहीं हुआ था। इससे वह कई दिनों से परेशान था। शनिवार को जब पूरा परिवार टीवी देख रहा था तो उसने दूसरे कमरे में जाकर फंदा लगा लिया। करीब एक घंटे के बाद परिवार को पता चला तो उसे लेकर राजिंदरा अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बख्शीवाला थाना इंचार्ज एसआइ गुरनाम सिंह ने बताया कि सुखदेव सिंह के बयान पर भादसं की धारा 174 क तहत कार्रवाई की गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

यह है पूरा मामला

सुखदेव सिंह ने बताया कि गली-मोहल्ले में क्रिकेट खेलते हुए कुलदीप अपने दोस्तों में काफी लोकप्रिय हो गया था। मार्च के बाद होने वाले स्कूल लेवल के खेलों में वह क्रिकेट टीम का हिस्सा बनना चाहता था लेकिन उसका सेलेक्शन नहीं हो पाया था। सुखदेव सिंह ने थाना बख्शीवाला पुलिस को दिए बयान में बताया कि शनिवार शाम को पूरा परिवार टेलीविजन देख रहा था। इसी दौरान कुलदीप दूसरे कमरे में चला गया। परिवार के लोगों ने इस पर ज्‍यादा ध्‍यान नहीं दिया। करीब एक घंटे पर परिवार के सदस्‍यों ने उसे दूसरे कमरे में फंदे से लटकता देखा तो उनके होश उड़ गए।

इस बारे में स्कूल के क्रिकेट कोच संदीप से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कुलदीप नाम का कोई भी छात्र क्रिकेट टीम में नहीं खेला है। इन दिनों कोई टूर्नामेंट भी नहीं है और न ही पिछले दिनों कोई सेलेक्शन हुई है।

परिवार और पुलिस से नहीं मिली सूचना : प्रिसिपल

स्‍कूल के प्रिंसीपल तोता सिंह ने घटना पर दुख जाहिर किया। उन्‍होंने कहा कि इस बारे में उन्हें परिवार, पुलिस या स्टाफ से सूचना नहीं मिली है। अपने लेवल पर पता किया था। वह बच्चा खिलाड़ी भी नहीं था, स्कूल की टीम भी बने हुए कई महीने बीत चुके हैं।