हमारे ट्रैक्टरों में चाबी अभी लगी हुई है : यशपाल मलिक

सरकार इस गलफत में न रहे कि जाट उसकी मनमानी सहने के लिए तैयार हो गए हैं, बल्कि हमारे ट्रैक्टरों में चाबी अभी लगी हुई है. जब भी सरकार अपने वादे से मुकरेगी तो दिल्ली की ओर कूच करने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली तैयार खड़े हैं.

यह कहना है अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्‍यक्ष यशपाल मलिक का. वे जाट बलिदान दिवस के तहत सोनीपत जिले के गोहाना में पहुंचे थे और श्रद्धांजिल कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे. उन्‍होंने कहा कि जाट समाज अपनी कौम के लिए शहादत देने वाले युवाओं का बलिदान कभी भुला नहीं सकता, इसलिए हर वर्ष इसी दिन बलिदान दिवस मनाया जाएगा. इस दिवस के बहाने वे समाज की ताकत को संगठित करके इस गूंगी-बहरी सरकार को भी संदेश देते रहेंगे कि हमारा संघर्ष जब तक जारी रहेगा जब तक आरक्षण नहीं मिल जाता.

चंदा हड़पने के आरोप के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो कुछ लोग सरकार के तोते हैं, वे ही चंदे का आरोप लगा रहे हैं जबकि हर जिले का हिसाब समिति द्वारा ऑनलाइन किया गया है. प्रदेश सरकार में जाट मंत्रियों पर आरक्षण की हिंसा का आरोप लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका निशाना निजी तौर पर किसी जाट मंत्री या विधायक पर नहीं बल्कि उनकी साजिशों पर है, जिन्‍होंने राजकुमार सैनी जैसे लोगों के साथ मिलकर सरकार में रहते हुए आरक्षण की मांग को हिंसा में बदलने का काम किया. ऐसे लोग जाट समाज के भला हितैषी कैसे हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य में जाटों को आरक्षण मांग के लिए आज पूरा जाट समय एकजुट है.