टी.एम.पी.ए. भर्ती का अंतिम परिणाम रद्द करने की फिराक में सरकार

खबरें अभी तक।  पूर्व सरकार के समय हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टरों के पदों के लिए हुई भर्ती के परिणाम को शीघ्र घोषित करने की गुहार परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों सरकार से लगाई है। पिछले वर्ष अगस्त माह में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हिमाचल पथ परिवहन निगम में टी.एम.पी.ए. के पद भरने के लिए आवेदन मांगे गए थे। 17 सितम्बर, 2017 को एच.आर.टी.सी. द्वारा लिखित परीक्षा का आयोजन करवाया गया था, जिसमें 3816 परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया, उनके दस्तावेजों का पुनर्मूल्यांकन भी किया जा चुका है।

बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़
इसी दौरान प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के कारण टी.एम.पी.ए. भर्ती का अंतिम परिणाम घोषित नहीं किया जा सका। उपमंडल देहरा के अविंदर सिंह, सुमित कुमार, प्रदीप कुमार, मोहन लाल, राजेश कुमार व अनुज कुमार आदि का कहना है कि प्रदेश की नई बनी सरकार जानबूझ कर भर्ती का परिणाम न निकाल कर बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

इस भर्ती को रद्द करने की फिराक में सरकार 
यह सब राजनीतिक रंजिश के चलते किया जा रहा है, जिसके कारण भर्ती का परिणाम घोषित करने पर रोक लगा रखी है। सरकार इस भर्ती को रद्द करने की फिराक में है, जिसके कारण परिणाम घोषित करने के बजाय लटकाया जा रहा है। इन युवाओं का कहना है कि यदि रद्द करती है तो मजबूरन समस्त टी.एम.पी.ए. न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। सभी टी.एम.पी.ए. भर्ती उत्तीर्ण परीक्षार्थियों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर से मांग की है कि शीघ्र इस भर्ती का अंतिम परिणाम घोषित किया जाए