खून से लाल हो गया समुद्र का पानी, कसाइयों ने काट डाली सैंकड़ों बेजुबान व्हेल, दिल दहला देने वाली है यहां की परंपरा !

ख़बरें अभी तक || दुनियाभर में कई तरह की अजीबोगरीब परंपराएं हैं लेकिन डेनमार्क में एक जगह ऐसी है जहां दिल दहला देने वाली एक परंपरा की वजह से वहां मौजूद समुद्र का पानी खून  से लाल हो जाता है।

दरअसल, डेनमार्क  के फेरो आइलैंड  में हर साल पायलट व्हेल  के शिकार का आयोजन किया जाता है। आपको बता दें कि इस प्रथा को ग्राइंड्रैप और ‘द ग्राइंड’ भी कहा जाता है। आपको बता दें कि इस परंपरा के अनुसार व्हेल का शिकार कर, उसे पकड़कर उस पर हुक, चाकू या भाले  से वार किया जाता है।

Blood Sea, Whales Slaughter: यहां खून से लाल हो गया समुद्र का पानी, बेदर्द  कसाइयों ने काट डाली सैंकड़ों बेजुबान व्हेल Whales Slaughter: Faroe Island  hunters slaughtered 175 whales ...

मुफ्त में बांटा जाता है मांस

जानकारी के मुताबिक व्हेल्स का शिकार करने के बाद स्थानीय लोग उन व्हेल्स के मांस को भून कर, उबाल कर या सुखा कर खाते हैं। साथ ही उनके मांस को मुफ्त में बांटा भी जाता है। जानकारी के मुताबिक वहां वेल्स के शिकार को कानूनी मान्यता भी मिली हुई है।

Photos From Activists Show Faroe Islands Whale and Dolphin Hunt

परंपरा के खिलाफ सालों से उठाई जा रही है आवाज

800 whales killed in Denmark as part of traditional event - Times New

आपको बता दें कि संरक्षणवादी  लगातार इस परंपरा के खिलाफ आवाज उठाते आ रहे हैं। जिससे स्थानीय लोग काफी नाराज हैं। द्वीप पर रहने वाले लोगों का कहना है कि आसपास जंगल न होने की वजह से उन्हें खाने के लिए समुद्र पर ही निर्भर रहना पड़ता है। वहीं संरक्षणवादियों का अलग मत है। उनका कहना है कि यह परंपरा बहुत बर्बर और अरक्षणीय है।

साल 2021 में 175 व्हेल्स को मारा गया

Sea turns red as hundreds of whales are slaughtered in annual tradition |  Condé Nast Traveller India

हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अभी तक 175 व्हेल्स को मार दिया गया है। जानकारी के मुताबिक सी शेफर्ड नाम के समुद्री संरक्षणवादियों ने जब इस दिल दहलाने वाले मंजर की तस्वीरों को अपने ड्रोन कैमरा के जरिए कैद करना चाहा, तब एक हंटर ने ड्रोन पर बंदूक चला दी थी। सी शेफर्ड के मुताबिक इस खूनी प्रथा ने पिछले एक दशक में 6,500 से अधिक और डॉल्फिन्स की जान ली है।