इंतजार हुआ खत्म, अब 60 मिनट में पूरा होगा दिल्ली से मेरठ का सफर ! जानिए Delhi-Meerut Expressway की क्या है खासियत ?

ख़बरें अभी तक ||दिल्ली-एनसीआर के लोगों को आज एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बनकर पूरी तरह तैयार हो गया है और आज से इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा। विधिवत उद्घाटन के बाद वाहन इस पर रफ्तार भर सकेंगे। एक्सप्रेसवे के जरिए ढाई घंटे का सफर अब एक घंटे में पूरा हो सकेगा। दिल्ली से मात्र 60 मिनट में मेरठ पहुंचा जा सकेगा। वहीं, गाजियाबाद से सिर्फ आधे घंटे में मेरठ पहुंच जाएंगे। टोल की दरें अभी निर्धारित नहीं की गई हैं।

वहीं एनएचएआई (NHAI) के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट मैनेजर मुदित गर्ग ने बताया कि सराए काले खां से लेकर यूपीगेट का हिस्सा पहले ही पूरा हो चुका था। बचे हुए हिस्से को भी पूरा कर लिया गया है। आम जनता एक अप्रैल से इस एक्सप्रेस वे का उपयोग कर सकती है। उन्होंने कहा कि जनता के लिए खास तौर का एएनपीआर सिस्टम (ANPR System) लागू किया जा रहा है.

इस एक्सप्रेसवे पर किसी भी तरह के टोल टैक्स के लिए टोल बूथ पर इंतजार नहीं करना होगा। एक्सप्रेस वे पर कैमरे के माध्यम से टोल टैक्स की वसूली होगी। लोगों को कहीे पर भी गाड़ी रोकने की कोई जरुरत नहीं पड़ेगी। इसी के साथ ही लोगों को किलोमीटर के हिसाब से टैक्स देना होगा।

8500 करोड़ की लागत से बना एक्सप्रेसवे

एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट के डायरेक्टर मुदित गर्ग ने कहा कि इसे बनाने में साढ़े 8 हजार करोड़ का खर्चा आया है। उन्होंने बताया कि इसे बनाने में ढाई साल का वक्त लगा है। कोरोना काल में काम को बंद करना पड़ा, वरना ये प्रोजेक्ट और जल्दी पूरा हो जाता।

क्या है एएनपीआर (ANPR) सिस्टम

ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रेटिंग सिस्टम (ANPR) के तहत एक्सप्रेस वे पर कैमरे के माध्यम से टोल टैक्स की वसूली होगी। पूरी सराए काले खां से लेकर मेरठ के बीच लगभग दो सौ कैमरे लगाए गए हैं। जैसे ही आपकी गाड़ी टोल रोड पर दौड़ेगी किलोमीटर के हिसाब से टैक्स आपको देना होगा। कैमरे में आपकी गाड़ी का नंबर कैद होगा। गाड़ी के दोनों ओर से लिए गए फोटो के आधार पर टैक्स तय किया जाएगा।

दूरी के हिसाब से देना होगा टोल टैक्स

मुदित गर्ग ने बताया कि अगर आप दिल्ली के सराय काले खां से एक्सप्रेसवे पर चढ़ते हैं और पहले एक्सिट अक्षरधाम पर निकलते हैं तो लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी के लिए आपको टैक्स देना होगा। ठीक इसी तरह अगर आप अक्षरधाम से एक्सप्रेसवे पर चढ़ते हैं और यूपी गेट पर उतरते हैं तो भी आपको जेब ढीली करनी होगी। उन्होंने कहा कि पहले पूरे हिस्से के लिए टोल टैक्स देना होता था लेकिन, अब आप जितनी दूरी तय करेंगे उतना ही टोल टैक्स देना होगा।

एक्सप्रेस-वे पर कुल सात निकासी मार्ग

मुदित गर्ग ने बताया कि पूरे 60 किलोमीटर के दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर सात निकासी मार्ग बनाए गए हैं, जिनमें दिल्ली में सराए काले खां, अक्षरधाम और यूपी गेट शामिल हैं। पूरे एक्सप्रेस वे पर 5000 कैमरे लगाए गए हैं। दिल्ली के सराए काले खां से लेकर यूपी गेट तक की स्पीड लिमिट 70 किलोमीटर है, जबकि शेष यात्रा के लिए 100 किलोमीटर तय किया गया है। अगर आपने स्पीड लिमिट क्रॉस किया तो ई-चालान आपके घर पहुंच जाएगा।

क्या है खासियत

सराय काले खां से डासना तक ये 14 लेन का है जबकि डासना से मेरठ तक 6 लेन हैं

दिल्ली से मेरठ पहले ढाई घंटे में पहुचते थे अब 60 मिनट में पहुचेंगे

डासना से मेरठ के बीच ग्रीन एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है जिसमें 50 हजार पेड़ लगाए गए हैं

जाम या रेड लाइट का सामना नहीं करना पड़ेगा

8-10 किमी की दूरी पर एक्सप्रेसवे की हर लेन के ऊपर डिस्पले लगी होंगी, जिसमें गाड़ी की रफ्तार देखी जा सकेगी

एक्सप्रेस वे पर भारी वाहनों की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा और कार की स्पीड 100 किमी प्रति घंटा रखी गई है.

एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए डासना में 5-5 लेन बनाई गई हैं

दोनों तरफ 5-5 टोल बूथ बनाए गए हैं, हर बूथ के बीच 100 मीटर का अंतर

डासना से मेरठ तक एक्सप्रेसवे में 72 कैमरे लगाए गए हैं