आतंकियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियान की खुद निगरानी कर रहे हैं सेना प्रमुख बिपिन रावत

खबरें अभी तक। सुंजवां आर्मी कैंप में आतंकी हमले के मद्देनजर सेना प्रमुख बिपिन रावत शनिवार रात जम्मू पहुंचे. वह सुंजवां आर्मी कैंप में घुसे आतंकियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियान की खुद निगरानी कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि सभी आतंकियों के मारे जाने के बाद बिपिन रावत सुंजवां आर्मी कैंप का भी दौरा करेंगे.

वहीं, रविवार सुबह फिर से सुंजवां आर्मी कैंप में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू हो गया है. कैंप में अभी भी एक से दो आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. सुरक्षा बलों ने अब तक तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है. शनिवार को मारे गए तीन में से दो दहशतगर्दों के शव भी बरामद हो चुके हैं. जम्मू कश्मीर लाइट इंफैंट्री की 36 ब्रिगेड के कैंप पर हुए इस आतंकी हमले में दो जूनियर कमिशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गए, जबकि एक मेजर समेत छह लोग घायल हो गए.

सेना अधिकारी ने बताया कि इस आतंकी हमले में सूबेदार मदनलाल चौधरी और हवलदार हबीबुल्ला कुरैशी शहीद हो गए हैं, जबकि हमले में सेना के चार जवान, पांच महिलाओं और बच्चों सहित कुल नौ लोग घायल हुए. उन्होंने कहा कि सेना के दो घायल जवानों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. करीब 15 महीने पहले भी जम्मू क्षेत्र में इस तरह का हमला हुआ था.

इनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं. साथ ही पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का झंडा मिला है. इससे साफ होता है कि हमलावर जैश के आतंकी थे. शनिवार देर रात तकरीबन 2.30 बजे और चार बजे के करीब आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायर किया. इसके बाद आर्मी कमांडो ने जबरदस्त फायरिंग के साथ आतंकियों को जवाब दिया.

 सूत्रों के मुताबिक अभी भी एक से दो आतंकियों के फैमिली क्वार्टर्स में छुपे होने की आशंका है. दहशतगर्दों के खात्मे के लिए आर्मी ने इलाके की मजबूत घेराबंदी की है. साथ ही सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन में चार एपीसी (आर्म्ड पर्सनल करियर) वाहन उतारे हैं. यह सैन्य ऑपरेशन 28 घंटों से चल रहा है. बताया जा रहा है कि आतंकी सेना की वर्दी में आए थे.

वहीं, जम्मू स्थित सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि सेना ने हथियारों से लैस दो आतंकवादियों को मार गिराया है. उनके पास एके 56 राइफलें, बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथगोले थे. उन्होंने कहा कि आतंकियों के सामान की तलाशी से साबित होता है कि वो जैश ए मोहम्मद के थे.’ सेना ने कैंप में मौजूद 150 घर खाली करा लिए हैं. सभी आतंकियों के पकड़े या मारे जाने तक जारी ऑपरेशन जारी रहेगा.