हिमाचल से कौन होगा राज्यसभा के उम्मीदवार, रहस्य बरक़रार

ख़बरें अभी तक। हिमाचल की एक राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होना है, जिसकी घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय ने इसके लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। कांग्रेस की राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर का कार्यकाल 9 अप्रैल को खत्म हो रहा है। लेकिन उससे पहले इस सीट के लिए चुनाव होना है।

विधानसभा सचिवालय की तरफ से आगामी 13 मार्च को हिमाचल विधानसभा सचिवालय में इसके लिए नामांकन होगा और 18 मार्च तक नामांकन वापस लिया जा सकतें है। लेकिन अगर एक से ज्यादा उम्मीदवार चुनाव में होगे तो 26 मार्च को चुनाव होगा। लेकिन प्रदेश के सियासी गणित के मुताबिक भाजपा के पक्ष में बहुमत को देखते हुए इस बार चुनाव की स्थिति नहीं बनेगी और राज्यसभा के लिये निर्विरोध चुनाव सम्पन्न हो जाएगा।

हिमाचल विधानसभा में बीजेपी के पास पर्याप्त बहुमत है इसे देखते हुए कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने की संभावना नहीं है। हिमाचल में तीन राज्यसभा सीटें हैं, जिसमें जेपी नड्डा और आनंद शर्मा भी मौजूदा समय में राज्यसभा सदस्य हैं। विप्लव ठाकुर के बाद आनंद शर्मा का कार्यकाल खत्म होने वाला है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अब बीजेपी राज्यसभा के लिए किसे भेजती है?

सियासी गलियारों में जो नाम अभी से चर्चा में आ गए हैं, उनमें पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल, पूर्व बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, इंदू गोस्वामी सहित और नाम भी हैं। हालांकि, आने वाले दिनों में कुछ और नाम भी चर्चा में आ सकते हैं। बहरहाल देखना यह है कि बीजेपी राज्यसभा सीट के जरिए राजनीतिक संतुलन साधने में कितना सफल होती है।

बता दें कि विपल्व ठाकुर कांगड़ा जिला से ताल्लुक रखती हैं, उन्होंने देहरा विधानसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा है। वे पहली बार विधायक 1985 में बनी। इसके बाद 1993 में फिर चुनाव जीता। प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री भी रहीं। 2003 से 2006 के बीच महिल आयोग अध्यक्ष भी रहीं। 2006 में भी राज्यसभा के लिए निर्वाचित होकर गईं और 2014 में दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुनकर गईं। विप्लव ठाकुर के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे और माता सरला शर्मा जानीमानी कांग्रेस नेत्री थीं।