पंचतत्व में विलीन हुए हरियाणा के कद्दावर नेता मांगे राम गुप्ता, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

ख़बरें अभी तक। हरियाणा के कद्दावर नेता और प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले शख्स मांगे राम गुप्ता ने आज आखिरी सांस ली जिनका जींद के पुराने हांसी रोड पर बनखंड महादेव शमशान भूमि में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला समेत स्थानीय बीजेपी विधायक कृष्ण मिड्डा और जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी एवं कई नेता मौजूद रहे और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।

जब दिवंगत मांगे राम गुप्ता की अंतिम यात्रा निकल रही थी तो लोगों ने दुकानों के शटर नीचे करके उनको सम्मान देकर श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि  वो पहली बार 1977 मे निर्दलीय विधायक चुने गये थे  और उसके बाद 1991, 2000,2005 में वो कांग्रेस की सीट पर जीतकर विधायक बने। 2005 के बाद राजनीति में ज्यादा सक्रिय नही थे। लेकिन जींद उपचुनाव में सभी पार्टियों ने चुनाव लड़ने के लिए उनके घर दस्तक दी थी उसके बाद  से कुछ सक्रिय नजर आए थे।

इसके अलावा मांगे राम गुप्ता अग्रवाल समाज के कद्दावर नेता भी थे और समाज के लिए तत्पर रहते थे। उन्होंने व्यपार मंडल और सामाजिक संगठनों में  कई अहम पदों पर काम भी किया है मांगे राम गुप्ता अपने पीछे पत्नी, तीन बेटे  और दो बेटियां और उनका भरा पूरा परिवार छोड़कर गए है।

इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ये उनके लिए व्यक्तिगत नुकसान है। उन्होंने कहा कि वो मांगे राम गुप्ता से 2013 में मिले थे जिसके बाद से उनसे काफी कुछ सीखने को मिला। उन्होंने कहा कि मांगे राम गुप्ता एक कद्दावर और साफ छवि के नेता थे और अधिकारों की लड़ाई के लिए पार्टी और संगठन के खिलाफ खड़े हो जाते थे। उन्होंने कहा कि उनके जाने से  प्रदेश की राजनीति के साथ साथ हमारे समाज को भी हानि हुई है।