डॉ. पूनम भार्गव का एक और वीडियो आया सामने, वीडियो में पैसों को लेकर हो रही बात

ख़बरें अभी तक। नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला की गायनी विभाग की डॉ. पूनम भार्गव ने गर्भपात करने के लिये अपने घर पर ही सर्जरी का पूरा इंतजाम कर रखा था। शिकायतकर्ता अमन राजपूत और विनय अरोड़ा को पहले से ही डॉ. पूनम भार्गव के कारनामों के बारे में जानकारी दी थी, इसलिये वह ट्रैप लगवाना चाहते थे। लेकिन पुलिस की ओर से सहयोग ना मिलने के चलते डॉ. पूनम भार्गव रंगे हाथों पकड़े जाने से बच गई।

अमन राजपूत अपने साथ जिस महिला को गर्भपात के लिये पूनम भार्गव के घर लेकर गये थे, उसके गर्भ में बच्चे को मारने के लिये पहले तो महिला को गोली खिला दी और उसके बाद अमन से पैसे देने के लिये कहा। अमन ने जब कहा कि उसके पास अभी तीन हजार रुपये ही है, तो वह भड़क गई थी और महिला को घर पर ही बिठा लिया था। इसके बाद अमन पांच हजार रुपये ओर लेकर आया।

इस मामले में सोमवार को मामले की जांच कर रही कमेटी के समक्ष डॉ. पूमन भार्गव दो वकील लेकर पहुंची। लेकिन शिकायतकर्ता अमन और विनय ने ऐतराज जताया, तो वकीलों को बाहर भेज दिया गया। इसके बाद पूनम भार्गव की वीडियो शिकायतकर्ताओं ने दिखाई कि किस तरह से डिलिंग हुई थी। डिलिंग में किस तरह पैसे लिये। डील चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अस्सिटेंट बलजिंदर कौर के जरिये शुरु हुई थी। जिसमें बलजिंद्र ने अमन को बताया था कि डॉ. पूनम गर्भपात कर देंगी, लेकिन पैसे देने पड़ेंगे। उसके बाद बलजिंद्र के जरिये पूनम भार्गव से बातचीत शुरु हुई।

डॉ. पूनम भार्गव ने कमेटी के समक्ष यह कबूल कर लिया है कि उसने गर्भपात करने के लिये अमन राजपूत से 8 हजार रुपये नगद लिये थे। पूनम ने यह आठ हजार रुपये कमेटी के पास जमा भी करवा दिये हैं, लेकिन जो नोट डॉ. पूनम ने कमेटी के पास जमा करवाये, वह नोट दूसरे हैं, जबकि अमन ने जो 500-500 रुपये के नोट दिये थे, वह दूसरे थे। उसके नंबर भी नोट कर रखे हैं।

गर्भपात करने के लिये डॉ. पूनम भार्गव ने पूरा इंतजाम कर रखा था। एक कैमिस्ट के कर्मचारी से वह गर्भपात के लिये प्रयोग होने वाली दवाइयां एवं अन्य सामान मंगवाती थी। मरीज के परिजनों को ही दवाइयां लेने के लिये भेजती थी। पूनम घर की वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि वह घर पर ही गर्भपात करती थी।

डॉक्टरों की टीम ने सोमवार को पूनम भार्गव के घर पर भी छापा मारा। वहां रखे गये सामान की जांच की। घर में पूनम भार्गव एवं उनके पति के अलग-अलग कमरे है। टीम के सदस्य इस बात से सहमत दिखे कि पूनम भार्गव संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थीं और उनसे सच उगलवाने के लिये पुलिस की कार्रवाई जरुरी है। इसलिये जल्द ही पुलिस को मामला सौंपा जाना चाहिए।

इस मामले में एक बात सामने आई है कि पूनम भार्गव ने शिकायतकर्ताओं से कहा है कि मेरे घर के पास गटर है, उसमें काले लिफाफे में भ्रूण को गिरा देना। ऐसे में इस बात की जांच होना बहुत जरुरी है कि इससे पहले तो वहां कोई भ्रूण नहीं गिराया गया। अस्पताल सेक्टर 6 में तीन या चार भ्रूण शौचालयों मे मिल चुके हैं, उनके केस भी दोबारा ओपन करके जांच होनी चाहिए।

वीडियो में दिख रहा है……………..

सरदार-घर में एंट्री करता है, तो पूनम भार्गव बोलती हैं, सही समय पर आ गये, मैं तो बस निकलने वाली थी। अस्पताल में एक सर्जरी करने के लिये जाना था।

पूनम भार्गव- एक गोली सरदार के हाथ में दी और कहा मैं पानी लाती हूं, तुम इसे खिला देना।

पूनम भार्गव- पानी लाने के बाद आप पेमेंट लाये हो थोड़ा, तो अभी दे दो।

सरदार- मैडम अभी तो कम ही लाये हैं।

पूनम भार्गव- कोई ना अभी तो कम ही सही, बाकी तो कल कर लेंगे ना।

सरदार-जी

पूनम भार्गव- महिला के गोली खाने के बाद अब मैं तुम्हें दूसरी गोली दे दूंगी, एक तुम रात को 9 बजे खा लेना, दूसरी सुबह 5 बजे, समझ गये, अभी क्या बजा है, अभी साढ़े तीन बजा है, मोटा-मोटा चार समझ लो, उसके बाद चार घंटे बाद यानी 8 बजे। चलो छोड़ों सुबह अर्ली मॉर्निंग खा लेना, सुबह 5 बजे खा सकती है।

महिला- हां जी खा लूंगी।

पूनम भार्गव- उसके बाद 7 बजे खा लेना, उसके बाद 12 बजे तीसरी खाना, 12 बजे खाकर जब तुम यहां आओगे तो 1 बजे खाकर आना। समझ गये, ये मैं तुम्हें चार दे रही हूं।

पूनम भार्गव- कितने पैसे दिये हैं, पैसे गिनने के बाद कम से कम 10 तो दे जाते ना।

सरदार-मैं कल ले आउंगा जी, मैंने दीदी से बात कर ली थी, वो पता क्या है, थे तो 12 हजार लेकिन, कुछ पैसे मासी को देने पड़ गये। कल मैं दे जाउंगा।

पूनम भार्गव- नहीं, बात तो हो गई थी, पेमेंट तो ले आना था ना, समझे नहीं वो तो नहीं लेकर आयेगी मैडिसन, वो तो मैं लेकर आऊंगी। मैं इसीलिये कह रही थी कि कम से कम 10 तो आप देते ना, ले आओ ना, मैंने तो गोली भी खिला दी, ऐसे ना करो। नहीं मैं कह रही हूं ना अभी 10 हजार तो जमा करवा दो। मुझे जो इंजेक्शन और मेडिसन लानी है। अभी मैं उस रोहित को फोन करुं।

सरदार- पता है, डॉक्टर साहब एटीएम से

पूनम भार्गव- तो ले आओ ना एटीएम यहीं है 16 में।

सरदार-डॉक्टर साहब एटीएम है नहीं ना।

महिला- मैडम एटीएम तो सारे पटियाला रह गये हैं।

पूनम भार्गव-तो अब आप पटियाला जाओगे।

महिला-नहीं मैं यहीं जीरकपुर रुकेंगे।

पूनम भार्गव- तो मैं यही कह रही हूं आप जीरकपुर चले जाओ, ले आओ।

सरदार-तो आप कब तक मिलोगे।

पूनम भार्गव-नहीं नहीं, मैं तो अभी सिजेरियन करके आ जाउंगी। मेरे को कितने दूर जाना है और लाकर चाहे मेरे हसबेंड को दे देना। मेरे हसबेंड तो यहीं होंगे। मैं उस बंदे को फोन करुं, मुझे वो इंजेक्शन चाहिए, अगर ब्लीडिंग ज्यादा हुई तो।

किसी को फोन करते हुए पूनम भार्गव-आपके पास प्रोसेडिंन इजेक्शन है ना, ठीक है, अगर ये पेशेंट आयेंगे, तो शाम को इनको दे देना।

पूनम भार्गव-यहां एक नर्सिंग होम अस्पताल सेक्टर 17 में है, वहां एक लड़का है, वो देगा, आपको इंजेक्शन। अरे ग्लब्स चाहिये, इंजेक्शन चाहिए। अरे इसमें थोड़ी होगा कुछ भी, आप समझें नहीं।

पूनम भार्गव- गुस्सा होते हुये अरे सुनो, यह गोली आपने खा ली। ऐसे भी हो सकता है रात को भी ब्लीडिंग हो सकती है। आप सीधे आओगे, घर नहीं बैठोगे, फर्ज करो रात 12 या 1 बजे हो गया, तो आप सीधे आओगे। तो शाम को मैं इंजेक्शन बगैरा मंगवा रखूंगी ना।

इंजेक्शन लगाकर सफाई करनी पड़ती है। थर्ड बच्चे में ऐसा भी हो सकता है कि रात में ही सब कुछ निकल जाए। यह डिलीवरी की तरह होगा। आप यह मुझे दे दो, आप जाकर पैसे ले आओ।

सरदार-मैम पैसे ले आऊंगा।

पूनम भार्गव-नहीं, ये तो अभी यहीं रहेगी, आप जाकर पैसे ले आओ।

सरदार-मेरी बात सुनो, मैं इसको भेज दूंगा इसका भाई आयेगा।

पूनम भार्गव-जाओ इसको ले जाओ।

सरदार-बाकी मैं 7 हजार रुपये दे जाउंगा, अगर आप ना मिले, तो आपके हस्बेंड को दे दूंगा।