डोकलाम में चीन फिर से करा रहा है निर्माण कार्य, बना लिए 25 टेंट

खबरें अभी तक। चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा. डोकलाम में चीन फिर से निर्माण कार्य करा रहा है. ‘आजतक’ के हाथ लगी एक खुफिया रिपोर्ट कहती है कि चीन ने डोकलाम में 25 टेंट लगा दिए हैं. चीन तीन तरफ से भारत को घेरने की कोशिश में जुटा हुआ है. एक ओर पाकिसातन, दूसरी ओर चीन और दक्षिण में मालदीव. माना जा रहा कि जैसे पाकिस्तान के पीछे चीन खड़ा है, वैसे ही मालदीव के बिगड़े हालात पर चीन पैनी नजर रखे हुये है.

आजतक के हाथ लगी खुफिया रिपोर्ट कहती है कि डोकलाम में चीन के मंसूबे ठीक नहीं हैं. एक अहम खुफिया एजेंसी की यह खुफिया रिपोर्ट चौंकाती और परेशान करती है. खुफिया रिपोर्ट कहती है कि चीन डोकलाम में फिर निर्माण कार्य शुरू कर चुका है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी डोकलाम के साथ पश्चिमी डोकलाम में भी निर्माण कार्य जारी है. चीन ने यहां 25 छोटे-बड़े टेंट लगा दिये हैं. यहां वे अपने जवानों को इकट्ठा कर रहा है. भारी बख्तरबंद गाड़ियों की आवाजाही के लिये सड़क निर्माण किया जा रहा है. सिंचा ला की तरफ से आने वाली सड़क को चीन मजबूत कर रहा है. चीन ने सिंचा ला और डोकलाम के पास कई आब्जर्वेशन टॉवर बना दिए हैं.

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय एजेंसियों ने इन टॉवर के ऊपर चीनी झंडे लगे भी देखे. मामला इसलिये कहीं ज्यादा गंभीर है, क्योंकि जमीन से हवा तक की तैयारी चीन डोकलाम में कर रहा है. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि उत्तरी डोकलाम में चीन ने अपनी वायुसेना को सक्रिय किया है. असम की तरफ आने वाले इलाकों में चीन ने सेना और रसद की सप्लाई बढ़ा दी है.

गर्मियों के आने से पहले तिब्बत के उन सभी स्ट्रैटिजिक इलाकों में चीन अपनी सेना तैनात करने में जुटा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या चीन भारत को 2018 में मार्च-अप्रैल से परेशान करने का पूरा प्लान तैयार कर रहा है? जिसके चलते वो डोकलाम के साथ साथ तिब्बत में भी अपनी सेना की कई ब्रिगेड deploy करने में जुटा है.

 रिपोर्ट कहती है कि तिब्बत में भी चीन ने बीते तीन हफ्तों में 47 से 51 की संख्या में लड़ाकू विमान तैनात किए हैं. दिसंबर 2017 से अब तक चीन ने तिब्बत के गोंगबा, ट्राक्सिंग गोंपा और चुंबी वैली में 52, 53, और 54  माउंटेन ब्रिगेड को तैनात किया है.

चूंकि ये रिपोर्ट सरकारी खुफिया एजेंसी की है, तो ऐसे में सवाल दो हैं. पहला कि क्या चीन पाकिस्तान के बाद मालदीव के पीछे खड़े होकर डोकलाम की तैयारी कर रहा है? दूसरा कि क्या भूटान से इतर डोकलाम के जरिए चीन भारत के लिये कोई बड़ी मुसीबत खड़ा करने की फिराक में है?

जाहिर है कि ये सारे सवाल हैं. चीन अगर भारत की घेराबंदी कर रहा है तो फिर अपनी जगह पीएम का सवाल भी जायज है और डोकलाम को लेकर कांग्रेस के सवाल भी जायज हैं.