भाजपा के हरियाणा प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण ढुल्ल ने ही उन्हें कॉल किया था और विकास को सुभाष बराला का बेटा बताया था। इससे पहले उन्हें पता भी नहीं था कि विकास कौन है और किस परिवार से ताल्लुक रखता है। वहीं, भाजपा नेता ढुल्ल अन्य नेताओं के साथ पुलिस थाने में आए थे।
मंगलवार को क्रास एग्जामिनेशन के दौरान हरियाणा के पूर्व डीजीपी, पूर्व गृहमंत्री, चंडीगढ़ पुलिस के एसएसपी ट्रैफिक, हरियाणा और चंडीगढ़ के दो डीएसपी का भी नाम सामने आया। मंगलवार को वीएस कुंडू का क्रास एग्जामिनेशन पूरा हो गया। अगली सुनवाई 20 फरवरी को होगी। मंगलवार को क्रास एग्जामिनेशन के दौरान बचाव पक्ष ने अदालत से कहा कि पहले पुत्री ने फिर से स्टेटमेंट दी और अब पिता भी अपने बयान को इंप्रूव कर बदल रहे हैं।
बचाव पक्ष के वकील रबिंद्रा पंडित ने अदालत से अपील की कि ‘वह केस में मूक दर्शक न बने रहें।’ वहीं क्रास के दौरान वीएस कुंडू ने कहा कि बचाव पक्ष केस में उन पर गलत आरोप लगा रहा है कि उन्होंने ब्यूरोक्रेसी और चंडीगढ़ पुलिस का गलत इस्तेमाल किया है। साथ ही इस केस को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया है जबकि हकीकत यह है कि बचाव पक्ष ने खुद केस को राजनीतिक रंग दिया है।
वीएस कुंडू ने कहा कि, हरियाणा के भाजपा नेता कृष्ण ढुल्ल ने ही उन्हें 5 अगस्त की सुबह 3:40 बजे पर फोन किया था। इसके बाद वह खुद थाने में सपोटर्स के साथ पहुंच गए थे। उन्होंने ही विकास और आशीष के बेल बॉन्ड पेश किए थे। इस पर बचाव पक्ष के वकील रबिंद्रा पंडित ने विरोध किया और कहा कि यह अलग तरह का ट्रायल है जहां गवाह हर बार अपने बयान को सुधार के साथ पेश कर रहा है। वीएस कुंडू ने उन सभी आरोपों को खारिज किया कि उन्होंने केस के लिए लॉबी का इस्तेमाल किया और चंडीगढ़ पुलिस पर जांच के लिए एसआईटी बनाने का दबाव डाला। साथ ही एसआईटी की जांच उनके कहने पर ही डीएसपी ईस्ट सतीश कुमार को सौंपी गई और उन्हें जांच अधिकारी बनाया गया।