मां सुनीता कुंडू ने राजनेताओं के प्रति अपनी नाराज़गी व्यक्त की

खबरें अभी तक। बॉर्डर पर पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए कैप्टन कपिल कुंडू की शहादत पर पूरा देश उन्हें सलाम कर रहा है. कैप्टन कुंडू की मां सुनीता कुंडू ने राजनेताओं के प्रति अपनी नाराज़गी व्यक्त की है. उनका कहना है कि कपिल कुंडू के अंतिम संस्कार में कोई भी नेता शामिल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि नेताओं का कहना है कि वे अगले दिन आएंगे.

कैप्टन कुंडू की मां बोलीं कि सिर्फ दीपेंद्र हुड्डा ही अंतिम संस्कार में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ अपनी सेना और लोगों से प्यार है. किसी नेता की कोई परवाह नहीं है. सुनीता कुंडू बोलीं कि सरकार हमारी सेना को रोकती है, मैं चाहती हूं कि सरकार सेना को और भी शक्ति दे. फिर देखिएगा सेना सभी दुश्मनों की खत्म कर देगी.

अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़

गौरतलब है कि सोमवार देर शाम कैप्टन कपिल कुंडू का पार्थिव शरीर गांव गुड़गांव के पटौदी पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ीं. सोमवार देर रात कैप्टन कुंडू का अंतिम संस्कार कर दिया गया. जब कैप्टन का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो अंतिम विदाई देने के लिए लोग उमड़ पड़े. अंतिम दर्शन के लिए इस कदर भीड़ उमड़ी कि गांव में पैर रखने की जगह नहीं मिल रही थी. सबकी आंखें नम थीं और जुबान पर ‘कपिल अमर रहे ।

 बेटे के पार्थिव शरीर को देखकर मां और बहन का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. फिर भी वो कह रहे थे बेटे ने देश की सेवा करते-करते अपनी जान दे दी. उसकी इस कुर्बानी पर पूरे परिवार को गर्व है. कपिल की बहन इस दौरान अपने भाई का शव देखकर बेहोश भी हो गई.

ज़िंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए’

23 साल से भी कम उम्र में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले कैप्टन कपिल कुंडू का मानना था कि जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए. उन्होंने अपने फेसबुक के स्टेटस में आनंद फिल्म का ये मशहूर डॉयलॉग लिखा था. उनका फेसबुक स्टेटस था, ‘जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए.’ 23 साल में ही कैप्टन वाकई बड़ी जिंदगी जी गए. रविवार को राजौरी में सीमा पार से फायरिंग में कैप्टन कुंडू और तीन जवान शहीद हो गए.