विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा में कश्मीर, कासगंज हिंसा पर सरकार को घेरा

खबरें अभी तक। संसद के दोनों सदनों में आज पाकिस्तान की गोलीबारी का मुद्दा उठ सकता है. विपक्ष लोकसभा और राज्यसभा में कश्मीर, कासगंज हिंसा पर सरकार को घेर सकता है. इससे पहले सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की शुरुआत हुई थी. इसकी शुरुआत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने की थी. शाह ने अपने भाषण में केंद्र सरकार की उपलब्धियों का बखान किया और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.

मंगलवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा शुरू हो सकती है. बजट पर दोपहर 12 बजे से चर्चा होगी, इसके बाद दोपहर दो बजे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव भी शुरुआत होगी. आपको बता दें कि बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन के कारण सोमवार को लोकसभा नहीं चली थी.

कासगंज हिंसा पर हो सकता है हंगामा

विपक्ष लोकसभा में उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई घटना का भी मुद्दा उठा सकता है. बता दें कि 26 जनवरी को कासगंज में हिंसा हुई थी, जिसमें चंदन गुप्ता नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद कासगंज के हालात काफी बिगड़े थे. अभी हाल ही में राज्यसभा में भी सपा नेता रामगोपाल यादव ने इस मुद्दे को उठाया था.

शुक्रवार को राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने राज्यसभा में कासगंज का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के घरों को तोड़ा जा रहा है. घर में घुसकर गिरफ्तार किया जा रहा है, सबको पता है मारने वाला नॉन मुस्लिम है. रामगोपाल बोले कि राज्य सरकार एकतरफा कार्रवाई कर रही है, यह ठीक नहीं है.

 संसद में भी गूंजा ‘पकौड़ा रोजगार’

रोजगार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिया गया बयान अब सदन तक पहुंच गया है. सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अमित शाह ने राज्यसभा में अपना पहला भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने रोजगार को लेकर पीएम मोदी के बयान का समर्थन किया और कांग्रेस को मजाक न बनाने की नसीहत दी.

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने भी सदन में सरकार पर कड़े वार किए. आज़ाद ने कहा कि ये सरकार रीपैकेजिंग करने में माहिर है. उन्होंने कहा कि ये सरकार गेम चेंजर नहीं बल्कि नेम चेंजर सरकार है. गुलाम नबी आज़ाद के अलावा सपा नेता नरेश अग्रवाल ने भी सरकार पर कड़ा हमला बोला.