दबंगों ने दलित समाज की बारात को गांव में घूसने से रोका

खबरें अभी तक। फरीदाबाद के भूपानी थाना क्षेत्र के महावतपुर गांव के दबंगों ने एक अनुसूचित जाति की लड़की की शादी के लिए आई बारात को गाँव में घुसने नहीं दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव के दबंगों ने रास्ते में ट्रैक्टर लगाकर बारात को रोक दिया। दबंगों ने खुले शब्दों में चेतावनी दी कि राजपूतों के गांवों में सिर्फ क्षत्रियों की बारात चढ़ेगी। अन्य जातियों के ना बैंड बजेगा ना बारात चढ़ेगी।

आरोप है कि गांव के चार युवकों ने अनुसूचित जाति के घर आ रही बारात को रास्ते से ही वापस कर दिया। वहीं इसके बाद किसी तरह से दूल्हे को घर तक लाकर परिजनों ने अपने बेटी की शादी कराई। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है। इस घटना से नाराज ग्रामीण रविवार सुबह दर्जनों की संख्या में भूपानी थाना पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया।

वहीं पुलिस ने आनन फानन में  ए सी पी महेन्द्र वर्मा ने भूपानी थाना पहुँच कर पूरे मामले को जानकारी लेकर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने व न्यायिक की जाँच का आश्वासन दिया। एसीपी महेंद्र वर्मा का कहना है आरोपियों को जल्द गिरफ़्तार करेंगे ।

लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह हैं कि क्या आज भी पुरानी कुरीतियों को समाज में लोगों ने जगह दे रखी है जिसे आज भी आपसी भाईचारा कायम करने में कहीं ना कहीं बाधक साबित हो रहा है जिसे समाज में विघटन को जन्म देता है जिसे हमारा समाज विकास करने की जगह अंधकार में चला जाएगा। आखिर क्या था क्या एक बाप को अपनी बेटी का शादी करने का हक नहीं है क्या समाज इसका अधिकार नहीं देता है, तो फिर बरात को आखिर क्यों रोका जाता है, जब सरकार खुद कहती है कि सबका साथ और सबका विकास तो फिर कौन छोटा और कौन बड़ा सबका अधिकार है सबकी खुशियां हैं फिर क्यों रोक टोक।