पिता-पुत्र ने रोड़वेज बस के आगे लगाई मोटरसाईकिल, बस के शीशे किए चकनाचूर

खबरें अभी तक। आज के दौर में सहनशीलता के अभाव में मामूली सी बात बड़ा बवाल बनते देर नहीं लगती। ऐसा ही एक वाक्या बवानीखेड़ा हल्के के गाँव जाटु लोहारी में उस समय देखने को मिला, जब सवारी बैठाने को लेकर हुई मामूली कहासुनी के बाद गांव के युवक व उसके पिता ने हरियाणा रोड़वेज की बस के शीशे तोड़ दिए। जिसके बाद सवारियों ने पिता-पुत्र को पकडक़र बवानीखेड़ा थाने के सुपर्द कर दिया।

मामला कुछ यू था कि वीरवार सुबह भिवानी डिपो की बस भिवानी से हिसार जा रही थी। गांव जाटु लोहारी से जब वह थोड़ा आगे निकली तो एक युवक व उसके पिता ने मोटरसाईकिल बस के आगे लगाकर उसे रूकवा लिया तथा ड्राईवर को पीटना शुरू कर दिया। इसके साथ ही बस के मुख्य शीशे के अलावा सवारियां चढऩे वाले गेट के भी शीशे पत्थरों से तोड़ दिए। इस सारे मामले में जब सवारियों व कंडेक्टर ने हस्तक्षेप किया तो गांव जाटु लोहारी के पिता-पुत्र रोड़वेज कर्मचारियों को गालियां देते हुए जाटु लोहारी बस स्टैंड पर बस न रोकने का आरोप लगाने लगे। जिस पर ड्राईवर ने कहा कि बस स्टैंड पर कोई सवारियां नहीं थी। इस बात पर वे बिफर गए तथा कहा कि वे रास्ते में थे तथा ड्राईवर को इस बात पर ध्यान देना चाहिए था।

रोड़वेज बस के शीशे तोडऩे वाले युवक व उसके पिता को सवारियों ने पकड़ लिया तथा बस को सीधे नजदीकी बवानीखेड़ा थाने में ले गए तथा लिखित में पिता-पुत्र की शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। बस के कंडेक्टर विक्रम ने बताया कि सार्वजनिक सेवा के दौरान इस प्रकार की असहनशीलता अपनाकर कुछ लोग बगैर उचित काम के कर्मचारियों को परेशान करते है, यह अनुचित है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि सहनशीलता का परिचय दे तथा सार्वजनिक सेवाओं को बेहतर बनाने में कर्मचारियों को सहयोग करें।