प्रदूषण ने धीरे-धीरे चंबा को भी लिया अपनी चपेट में

खबरें अभी तक। पूरे देश की आधी जनसंख्या आज प्रदूषण की मार झेल रही है। महानगरों में इतना प्रदूषण बढ़ गया है कि लोगों को सांस लेने तक की दिक्कत पेश आ रही है। हिमाचल प्रदेश की देवभूमि चंबा में भी अब धीरे-धीरे प्रदूषण यहां के स्वच्छ वातावरण को अपनी चपेट में ले रहा है। और यह सब लोगों की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी के चलते हो रहा है। अगर समय रहते इन चीजों पर काबू नहीं पाया गया तो आने वाले समय में देवभूमि को भी महानगरों की तरह प्रदूषित होने में देर नहीं लगेगी।

चम्बा जिला की पवित्र रावी नदी आजकल लोगों द्वारा फेंके जा रहे कूड़े-कचरे से प्रदूषित हो रही है। रावी नदी का अपना ही महत्व है क्योंकि गंगा भगवान शंकर की जटाओं से निकली है और रावी नदी भगवान शंकर के चरणों से निकली है इसलिए इसका धार्मिक महत्व जायदा माना गया है। सारे शहर का कचरा इकट्ठा कर रावी नदी के किनारे फेंका जा रहा है जो रावी नदी में मिलकर उसके पानी को प्रदूषित कर रहा है साथ ही नदी में नदी के जल जिव भी इस प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं।

यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि रावी नदी का महत्व बहुत ही ज्यादा है क्योंकि जिस तरह से गंगा नदी को पवित्र माना जाता है और उसी तरह रावी नदी भी एक पवित्र नदी है। रावी नदी में स्नान करके मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन जिस तरह से इस नदी में कचरा फेंक कर इसे प्रदूषित किया जा रहा है इसकी पवित्रता को ग्रहण लग रहा है। लोगों ने बताया कि प्रशासन को चाहिए कि इसमें गंदगी फैलाने वाले लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए अन्यथा आने वाले समय में इसके प्रदूषण से यहां का वातावरण और भी खराब हो सकता है।