नूंह ने दिया हाथ का साथ, सूखे में इस बार भी नहीं खिला कमल

खबरें अभी तक। सूबे के मुस्लिम बाहुल्य जिला में भाजपा के रणनीतिकारों ने कमल खिलाने के लिए कई दिग्गज नेताओं को अपने पाले में लाकर कांग्रेस को कड़ी चुनौती तो दी , लेकिन भाजपा तीन सीटों में से एक भी सीट नहीं जीत पाई। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को दीपावली से पहले ही दीपावली मनाने का अवसर दे दिया , लेकिन भाजपा के लिए नूंह में सूपड़ा साफ हो गया।

भाजपा का मिशन 75 धूमिल करने में नूंह जिले के मतदाताओं का अहम रोल रहा। लोकसभा चुनाव में जिस तरह नूंह जिले के मतदाताओं ने कांग्रेस को करीब 2 लाख की लीड दी , उसी सिलसिले को वोटर ने विधानसभा चुनाव में भी कायम रखा। नूंह में आफ़ताब अहमद ने भाजपा के चौधरी जाकिर हुसैन को करीब चार हजार वोट से हराया, तो फिरोजपुर झिरका से मामन खान इंजीनियर कांग्रेस ने करीब 36 हजार से अधिक वोटों से बड़ी जीत दर्ज की।

इसी तरह पुन्हाना से मोहमद इलियास कांग्रेस ने निर्दलीय रहीस खान को महज 811 वोटों से पटखनी दी। तीनों सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज इतिहास रच दिया। जानकारों के मुताबिक नूह जिले के इतिहास में पहली बार कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया है। कांग्रेस की सूबे में सबसे पहले और बड़ी जीत भी नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका से मामन खान के रूप में आई। दोपहर बाद से ही कांग्रेस के कार्यकर्ता उत्साह में आतिशबाजी करते रहे। जीत के बाद उनके नेता यासीन मेव डिग्री कालेज नूंह से बाहर निकले तो समर्थकों ने उन्हें कंधों पर बैठाया। फूलों की मालाओं से जितने वाले संमर्थकों ने लाद दिया।

शाम तक जश्न और मिठाइयां देने , गले लगाने , मुबारकबाद देने का सिलसिला जारी रहा। नतीजों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अभी भी सरकार बनाने की आस है। जितने वाले आफ़ताब अहमद नूंह , मामन खान इंजीनियर फिरोजपुर झिरका , मोहमद इलियास ने जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं , जनता और पार्टी के सीनियर नेताओं को दिया तथा सरकार बनाने की बात कही।