लाहौल और पांगी को लद्दाख में मिलाने की मांग देश को तोड़ने की साजिश: रामलाल मारकंडा

ख़बरें अभी तक: लाहौल-स्पीति को लद्दाख में शामिल किये जाने की मांग को लेकर जनजातीय विकास मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा बेहद नाराज है। मारकंडा ने कहा कुछ हताश लोग लाहुल घाटी के शांत माहौल को खराब करने की साज़िश रच रहे है। रामलाल मारकंडा ने कहा कि हिमाचल के लाहुल स्पीति और पांगी घाटी को लद्दाख में मिलाने की मांग देश को बांटने की साजिश है।

बता दें कि लद्दाख के लोगों ने केंद्र से हिमाचल के लाहुल स्पीति और पांगी को उसमें मिलाने की मांग की है। इसको लेकर लाहुलवासी भड़क गए हैं। कृषि व जनजातीय विकास मंत्री डा. रामलाल मारकंडा ने इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। डॉ रामलाल मारकंडा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी इस मामले को लेकर चर्चा की है। जनजातीय विकास मंत्री मारकंडा ने कहा कि लद्दाख के कुछ शरारती तत्वों ने यह मांग उठाई है जो सरासर गलत है।

डॉ रामलाल मारकंडा ने अमित शाह को लिखे पत्र में कहा कि लाहुल स्पीति के लोग कभी भी हिमाचल से अलग नहीं हो सकते और न ही उनकी कभी ये मंशा रही है। लाहुल स्पीति प्रदेश का सबसे प्रगतिशील और संपन्न ज़िला है। लाहुल क्षेत्र ने तेज़ी से विकास किया है और प्रदेश के विकास में यहां के लोगों का बेहतरीन योगदान रहा है। घाटी के लोगों का जीवन स्तर और जीवन का तरीका लद्दाख के लोगों से बिल्कुल अलग है। इस मामले को लेकर डॉ मारकंडा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे अपने पत्र में घाटी के लोगों की मंशा और इस सब के पीछे रची जा रही साजिश को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की है। जनजातीय विकास मंत्री ने सरकार से मांग की है कि इस तरह की अफवाहों पर रोक लागई जाए।