पद्मावत का विरोध करने वालो को जवाब

खबरें अभी तक। करणी सेना के तमाम विरोध के बावजूद संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ रिलीज हुई. फिल्म की रिलीज का विरोध करने वालों ने पद्मावती का रोल कर रही दीपिका पादुकोण की नाक तक काट लेने की धमकी दी थी. लेकिन दीपिका इस तरह की धमकियां देने वालों के सामने कभी नहीं झुकीं।

अब रिलीज के बाद पद्मावत, भारत समेत दुनियाभर में बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी के झंडे गाड़ रही है. ‘पद्मावत’ विवाद के बाद दीपिका ने  एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में फिल्म से जुड़े तमाम सवालों समेत अपने जीवन के खास पहलुओं पर बात की.

पद्मावत का बॉक्स आॅफिस कलेक्शन कई राज्यों में रिलीज नहीं होने के बावजूद  150 करोड़ के पार जा चुका है. इस पर दीपिका ने कहा कि दंगल को पछाड़ने पर बोली दीपिका, फिल्म जो डिजर्व करती है मिलना चाहिए. कई राज्यों में फिल्म रिलीज नही हुई. जब सही करते हो तो अपने आप उसका जवाब मिल जाता है, नंबर के फॉर्म में ही क्यों नहीं. एक वक्त के बाद आप लोगों को नहीं रोक सकते.

निडर हूं, धमकियों के सामने नहीं झुकती

जब करणी सेना ने नाक काटने की धमकी दी थी तो उस वक्त उनके दिमाग में क्या चल रहा था? इस सवाल के जवाब में दीपिका ने कहा, मेरे दिमाग में कुछ नहीं चल रहा था. मैं धमकियों के सामने नहीं झुकती. मैं निडर हूं. हालांकि दीपिका ने ये माना कि जब फिल्म के सेट पर हमला हुआ था तो वो बहुत निराश करने वाला था. दीपिका के मुताबिक, उन्होंने भंसाली से कहा था कि फिल्म को कुछ वक्त के लिए होल्ड कर देना चाहिए. लेकिन भंसाली ने कहा कि नहीं वे ये फिल्म करेंगे, यही उनका बेस्ट पार्ट है. हालांकि दीपिका ने साथ ही ये भी कहा कि वो कोई भी खतरा लेने को तैयार थीं. वो एक बड़े लक्ष्य के लिए मजबूती से खड़े रहना चाहती थीं.

पद्मावत में निभाया रोल करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण किरदार

 दीपिका ने माना कि ‘पद्मावत’ में निभाया रोल उनके करियर का सबसे मजबूत करेक्टर रहा है. दीपिका ने कहा, ये करेक्टर खामोशी के बावजूद इतना कुछ कहता है. सब कुछ एक खास व्यवहार, राजसी ढंग से और गरिमा के साथ दिखाया गया. ये मेरे करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण किरदार रहा. मैंने बाजीराव मस्तानी में तलवार चलाई थी, लेकिन पद्मावती के पास योद्धा की आत्मा थी. जब उसके पति को अगवा किया जाता है तो वो अपने दिमाग को ऐसी विषम स्थिति से जीतने के लिए तैयार करती है.

दीपिका ने माना कि इस तरह का किरदार निभाने के बाद उसका असर लंबे समय तक रहता है. उन्होंने कहा, किरदार आपको लंबे समय तक नहीं छोड़ते. पद्मिनी जैसी सशक्त महिला जैसा किरदार तो खास तौर पर. ये मेरे करियर की सबसे अहम फिल्म है. आज तक किसी महिली किरदार को लेकर इतनी महंगी फिल्म कभी नहीं बनाई गई. दीपिका ने कहा ‘पद्मावत’ से दूसरे निर्माता भी इस तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए प्रेरित होंगे.

पद्मावत में निभाया रोल करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण किरदार

दीपिका ने माना कि ‘पद्मावत’ में निभाया रोल उनके करियर का सबसे मजबूत करेक्टर रहा है. दीपिका ने कहा, ये करेक्टर खामोशी के बावजूद इतना कुछ कहता है. सब कुछ एक खास व्यवहार, राजसी ढंग से और गरिमा के साथ दिखाया गया. ये मेरे करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण किरदार रहा. मैंने बाजीराव मस्तानी में तलवार चलाई थी, लेकिन पद्मावती के पास योद्धा की आत्मा थी. जब उसके पति को अगवा किया जाता है तो वो अपने दिमाग को ऐसी विषम स्थिति से जीतने के लिए तैयार करती है.

दीपिका ने माना कि इस तरह का किरदार निभाने के बाद उसका असर लंबे समय तक रहता है. उन्होंने कहा, किरदार आपको लंबे समय तक नहीं छोड़ते. पद्मिनी जैसी सशक्त महिला जैसा किरदार तो खास तौर पर. ये मेरे करियर की सबसे अहम फिल्म है. आज तक किसी महिली किरदार को लेकर इतनी महंगी फिल्म कभी नहीं बनाई गई. दीपिका ने कहा ‘पद्मावत’ से दूसरे निर्माता भी इस तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए प्रेरित होंगे.