डरबन में पहली बार वनडे मैच जीत भारत ने रचा इतिहास, छह विकेट से परास्त हुआ दक्षिण अफ्रीका

खबरें अभी तक। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच डरबन मे चल रहे पहले मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को छह विकेट से हरा दिया. इस जीत में सबसे बड़ा योगदान टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की शतकीय पारी का रहा. इसके साथ ही इस मैच में भारत के लिए कई रिकॉर्ड बन गए. दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी  में 269 रन के जवाब में  विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में पहला और अपने करियर का 33 वां वनडे शतक लगाया. इसके बाद 43वें आजिंक्य रहाणे 79 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए. विराट भी 119 गेंदों पर 112 रन बना कर आउट हो गए. दोनों को फेहलुकवायो ने आउट किया. लेकिन तब तक दक्षिण अफ्रीका के लिए काफी देर हो चुकी थी. विराट और रहाणे के बीच 189 रन की रिकॉर्ड साझेदारी रही.

इसी के साथ मेहमान टीम ने छह वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. भारत की जीत में कप्तान विराट कोहली (112) के वनडे करियर के 33वें शतक, अजिंक्य रहाणे (79) के अर्धशतक के अलावा कुलदीप यादव (34-3) और युजवेंद्र चहल (45-2) की फिरकी की अहम भूमिका रही. कुलदीप और चहल ने दक्षिण अफ्रीका को 50 ओवरों में आठ विकेट पर 269 रनों पर सीमित कर दिया और फिर भारत ने कोहली-रहाणे के बीच चौथे विकेट के लिए हुई 189 रनों की साझेदारी के दम पर 270 रनों के लक्ष्य को 45.3 ओवरों में चार विकेट खोकर हासिल कर जीत के साथ सीरीज की शुरुआत की.

इस जोड़ी ने दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसिस की 112 गेंदों में 11 चौके और दो छक्कों की मदद से खेली गई 120 रनों की पारी पर पानी फेर दिया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत को रोहित शर्मा (20) और शिखर धवन (35) की जोड़ी ने सधी हुई शुरुआत देने की कोशिश की, लेकिन रोहित मोर्ने मोर्कल की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो गए. गेंद ने उनके बल्ले का ऊपरी किनारा लिया और हवा में गई जिसे क्विंटन डी कॉक ने लपक लिया. रोहित का विकेट 30 के कुल स्कोर पर गिरा.

कोहली ने मैदान पर कदम रखा और धवन के साथ पारी को आगे बढ़ाया. धवन भी लय में दिख रहे थे, लेकिन रन लेने के कारण हुई गलतफहमी में ए़िडन मार्कराम ने सीधा थ्रो विकेट पर मार धवन की पारी का अंत किया. तीसरे टेस्ट में अहम पारी खेल भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले रहाणे को चौथे नंबर पर भेजा गया और इस बल्लेबाज ने मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए अपने कप्तान को दूसरे छोर से जरूरी समर्थन दिया.