शिमला की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को 18 से 25 सितंबर तक बंद रखने के फरमान हुए जारी

ख़बरें अभी तक। शिमला की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में छात्र आंदोलन के बीच प्रशासन ने 18 से 25 सितंबर तक विश्वविद्यालय बंद करने के फरमान जारी किए है। चार दिनों से चल रहे छात्र आंदोलन को दबाने के लिए प्रशासन ने निकला रास्ता। लेकिन विश्व विद्यालय में साधनों और सुविधाओं की कमी को लेकर छात्र हड़ताल पर, संस्थान ने आज संस्थान और हॉस्टल खाली करने के दिये आदेश।

शिमला के घंडल स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में चल रहे छात्रों के धरने के बीच विवि प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए विवि को बंद कर दिया है। छात्रों को तुरंत कैंपस खाली करने के आदेश दिए हैं। लेकिन छात्रों का आंदोलन अभी भी जारी है औऱ आंदोलनकारी छात्र अपनी मांगे पूरी होने तक हड़ताल वापिस लेने को तैयार नहीं है। परिसर में रात को अगर कोई छात्र रहता है तो वह उसकी जिम्मेवारी होगी। आदेशों में साफ कहा है कि अगर 20 सितंबर तक कोई छात्र हॉस्टल खाली नहीं करता है तो ऐसे छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

यूनिवर्सिटी के कुलसचिव की तरफ से जारी आदेशों में कहा कि छात्रों से समस्याओं पर बात की है।  इसमें समस्याएं हल करने की बात कही है। बावजूद इसके छात्र धरने को समाप्त नहीं कर रहे है। बुधवार को छात्रों का प्रतिनिधिमंडल यूनिवर्सिटी के चांसलर एवं उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से भी मिला था। इसके बाद चांसलर के आदेशों पर यूनिवर्सिटी को एक सप्ताह के लिए बंद करने का नोटिस जारी कर दिया गया। आज से छात्रावास और यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया जाएगा। कहा कि धरने पर बैठे छात्रों को छात्रावास में खाना बराबर दिया जा रहा है। धरने पर बैठे छात्रों पर भी प्रशासन नजर रखे हुए है।

राजधानी शिमला के घंडल स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में मूलभूत सुविधाओं को लेकर आंदोलनरत सैकड़ों छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन फिलहाल जारी है औऱ छात्र किसी भी स्थिति में अपनी हड़ताल को वापिस लेने के मूड में नहीं है।  यूनिवर्सिटी और छात्रावासों में पेयजल से लेकर खाने की गुणवत्ता के साथ ही अन्य समस्याओं की लंबी फेहरिस्त के साथ आंदोलन कर रहे इन छात्रों ने मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही है। छात्रों का कहना है कि लाखों की भारी भरकम  फीस देने के बावजूद उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। यूनिवर्सिटी में चार सौ के करीब छात्र-छात्राओं के लिए मेडिकल तक सुविधा नहीं है।

यूनिवर्सिटी के शिक्षकों ने हालांकि बुधवार को धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं से बातचीत की लेकिन उसमें उन्हें दिए जा रहे आश्वासनों पर छात्र आंदोलन स्थगित करने पर राजी नहीं हुए। बुधवार को ही छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल यूनिवर्सिटी के चांसलर मुख्य न्यायाधीश से भी मिला था। इसके बावजूद छात्र संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने अपने धरने का जारी रखा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन अब छात्रों के अभिभावकों को फोन से संपर्क कर रही है, जिसमें विवि को एक सप्ताह के लिए बंद किए जाने की सूचना दी जा रही है।