कुल्लू में चार में चार दिवसीय राज्य स्तरीय स्कूल टूर्नामेंट सम्पन्न

खबरें अभी तक। वन में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक है आरम्भिक अवस्था से ही लक्ष्य को निर्धारित करना। मेहनत, लग्न और दृढ़ इच्छाशक्ति से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। यह बात बंजार क्षेत्र के विधायक सुरेन्द्र शौरी ने कुल्लू के ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में आयोजित चार दिवसीय 62वीं राज्य स्तरीय स्कूली छात्रों की खेलकूद प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण अवसर पर कही। टूर्नामेन्ट में विभिन्न आठ प्रकार की खेलों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। वॉलीबॉल में शिमला ने पहला व मण्डी ने दूसरा स्थान हासिल किया। कबड्डी में शिमला प्रथम व सिरमौर दूसरे स्थान पर रहा।

बैडमिंटन में शिमला शीर्ष पर जबकि ऊना उप-विजेता रहा। योग में भी शिमला ने बाजी मारी और सोलन दूसरे स्थान पर रहा। वॉलीबॉल में मण्डी जिला विजेता रहा जबकि हमीरपुर ने दूसरा स्थान अर्जित किया। टेबल टैनिस में कांगड़ा का दबदबा रहा और सोलन को दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। कुश्ती प्रतियोगिताओं में बिलासपुर जिला ने पहला व सोलन ने दूसरा स्थान हासिल किया। वॉलीबॉल की राज्य चैम्पियनशिप भी जिला शिमला ने जीती जबकि मतियाना हॉस्टल दूसरे स्थान पर रहा। कबड्डी की राज्य चैम्पियनशिप ट्रॉफी एसटीसी बिलासपुर ने जीती जबकि बास्केटबाल में यह चैम्पियनशिप पपरोला हास्टल के नाम रही। मार्च पास्ट में सोलन जिला को अव्वल आंका गया।

टूर्नामेन्ट के दौरान विभिन्न भार वर्ग में कुश्ती के मुकावले हुए। 61 किलोग्राम भार वर्ग में सोलन के दीपक ने बिलासपुर के शिवम को हराया जबकि मण्डी के नवीन तीसरे व सिरमौर के आस्तिक चैथे स्थान पर रहे। 65 किलोग्राम में बिलासपुर के संजय, सोलन के सन्नी व कांगड़ा के जसवाल ने क्रमशः पहले तीन स्थान अर्जित किए। 70 किलोग्राम में बिलासपुर के प्रवीण, 74 किलोग्राम में सोलन के बखश व कांगड़ा के सोनू, 79 किलोग्राम में बिलासपुर के निशांत, सोलन के रमन, ऊना में सूरज व कांगड़ा के रहम अली ने क्रमशः पहले चार स्थान अर्जित किए। 86 किलोग्राम भार वर्ग में बिलासपुर के रमेश, सोलन के नितिन, शिमला के आयुष व कांगड़ा के विशाल ने ये स्थान हासिल किया। 92 किलोग्राम की प्रतियोगिता कांगड़ा के आयुष ने जीती।

सुरेन्द्र शौरी ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चे पढ़ाई के साथ खेलों में भी अपना करियर बना सकते हैं। हिमाचल प्रदेश से अनेक खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन किया है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान प्रदेश के अनेक खिलाड़ियों ने विभिन्न खेल स्पर्धाओं में मेडल जीते हैं। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि वे किसी न किसी खेल में अवश्य भाग लें, क्योंकि खेलों से जीवन में जहां अनुशासन आता है, वहीं स्वस्थ शरीर का भी निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में उंचाईयां हासिल करने के लिए सोच को उसी प्रकार से विकसित करना जरूरी है।

हिमाचल स्कूल क्रीड़ा संघ के सहायक निदेशक प्रीतम धौलटा ने इस अवसर पर कहा कि एसोसिएशन द्वारा विभिन्न छः चरणों में स्कूली बच्चों की प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाती हैं। पिछले वर्ष राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश के 4350 बच्चों ने भाग लिया था जबकि राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए 499 का चयन हुआ था। इन प्रतियोगिताओं में 25 मेडल हिमाचल प्रदेश ने जीते थे। खेलो इण्डिया प्रतियोगिताओं में प्रदेश के 80 खिलाड़ियों ने भाग लिया और 11 पदक हासिल किए थे।