छात्रों ने UPSC अध्‍यक्ष को पत्र लिखकर की मास कम्युनिकेशन को ऑप्शनल विषयों में शामिल करने की मांग

ख़बरें अभी तक। सिविल सर्विस (UPSC) की परीक्षा में पत्रकारिता एवं जनसंचार के स्‍टूडेंट्स ने मांग की है कि उनकी इस परीक्षा में ऑप्‍शनल विषय के तौर पर मास कम्‍युनिकेशन विषय को भी शामिल किया जाए। ताकि जो स्‍टूडेंट्स इस विषय में ग्रेजुएशन या पोस्टग्रेजुएशन कर रहे हैं उन्हें सिविल सर्विस परीक्षा के लिए मजबूरन दूसरा विषय ना चुनना पड़े। मास कम्‍युनिकेशन के स्‍टूडेंट्स ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को पत्र लिख कर यह अपील की है कि हजारों छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए ‘पत्रकारिता एवं जनसंचार’ को भी ऑप्शनल विषयों की सूची में शामिल किया जाए।

छात्रों द्वारा लिखे गए पत्र में छात्रों ने UPSC अध्‍यक्ष को लिखे पत्र में लिखा, महोदय, उन छात्रों की पीड़ा की कल्पना कीजिए, जिन्होंने स्नातक और मास्टर स्तरों पर पत्रकारिता और जनसंचार की पढ़ाई की है। इस विषय पर 5 साल बिताने के बाद, अगर वे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला लेते हैं, तो उन्हें वैकल्‍पिक पेपर के लिए एक बिल्कुल नए विषय का चयन करने के लिए मजबूर किया जाता है क्योंकि पत्रकारिता और जनसंचार 48 वैकल्पिक विषयों की सूची में शामिल नहीं है। इसकी वजह से स्‍टूडेंट्स को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।