नयनादेवी के किसानों के प्रतिनिधि मण्डल ने SDM कार्यालय के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ किया रोष प्रदर्शन

ख़बरें अभी तक: तहसील नयनादेवी के अंतर्गत सीपीआई से सम्बद्ध हिमाचल किसान सभा नयनादेवी के प्रधान राम पाल ठाकुर, की अगुवाई में सीपीआई के प्रतिनिधियों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए मोर्चा खोल दिया है। इनकी मांग है कि जंगली जानवरों  व आवारा पशुओं द्वारा लोगों व किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है। आवारा पशुओं के कारण किसान व लोग हिंसा का शिकार हो रहे हैं। इसलिए जल्द गौशाला का निर्माण करवाया जाना जरूरी है। किसानों के लिये गठित स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को मोदी सरकार को तुरन्त लागू करना चाहिये। इसी के साथ भानुपली-बैरी-बिलासपुर रेलवे परियोजना एवंम फोरेलन के प्रभावित किसानों को चार गुणा मुवावजा प्रदान किया जाये। भारी बरसात से प्रभावित लोगों व किसानों को जल्द मुआवजा देकर उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाये। साथ ही बेरोजगार युवाओं के लिये रोजगार की व्यवस्था भी मुहैया करवाई जाये अन्यथा बेरोजगार युवाओं को 10 हज़ार मासिक बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जाये।

कर्मचारियों की पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाये व श्रम कानूनों का सख्ती से पालना की जाये। स्कीम वर्करो व अन्य मजदूरों को कम से कम 18 हज़ार मासिक न्यूनतम वेतन लागू किया जाये। सरकार महकमों में खाली पड़े पदों को जल्द से जल्द भरा जाये। नियमित भर्ती की प्रकिया शुरू की जाये। खैर की पेड़ो को खेती उत्पाद घोषित किया जाये ताकि किसान अपनी फसल को अपनी इच्छा से बाजार में जाकर बेच सके।प्रदर्शन के दौरान सचिव मण्डल सदस्य सीपीई भाग सिंह चौधरी, सचिव सीपीआई नयनादेवी कर्मचन्द, अधिवक्ता सुरेश चौधरी, प्रधान किसान सभा आनंदपुर साहिब दविन्द्र नंगली, सीपीआई नेता रोपड़ गुरनाम सिंह, किसान सभा नयनादेवी के प्रधान राम पाल ठाकुर, व राज्य परिषद सीपीआई के सदस्य एडवोकेट प्रवेश चन्देल व एटक से सम्बद्ध मिड डे मील की जिलाध्यक्ष कमलेश ठाकुर समेत दर्जनों नेता मौजूद रहे हैं।