हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में छोटे कपड़े पहने पर लगी रोक

ख़बरें अभी कर। शिमला: हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी की छात्राएं विरोध पर उतर आई है। कारण है कि गर्ल्स हॉस्टल में छोटे कपड़े पहने ने पर रोक लगाई गई है। इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी की छात्राएं खुलकर विरोध कर रही है। बता दें कि साल पहले इरावती न्यू गर्ल्स हॉस्टल की वॉर्डन डॉ. शालिनी कश्मीरिया ने एक साल पहले यह अधिसूचना जारी की थी। जिससे लेकर छात्राएं अब विरोध कर रही है।

वहीं छात्राओं का कहना है कि जनरल हॉउस में भी वॉर्डन ने इस बात को कहा था। कारण यह दिया था कि हॉस्टल में पुरुष कर्मचारी होते है। जिस लिए यह फैसला लिया गया था कि मैस और क़मन रुम में छात्राएं छोटे कपड़े पहनकर न आएं। छात्राओं का कहमा है कि यह फैसला संविधान में दिए गए अधिकारों का हनन करता है और महिला सशक्तिकरण के भी खिलाफ है।

वहीं छात्राओं ने कहा कि देश का कानून कपड़े पहनने की कानूनी आजादी देता है। अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन को सुरक्षा की इतनी चिंता है तो दूसरे इंतजाम किए जा सकते है। कपड़ो पर ऐसे आदेश देना अपने आप में सवाल उठाता है। कपड़ो से सुरक्षा का मुद्दा नहीं जुड़ा है। इसे सबको समझना होगा।

वहीं हॉस्टल की वॉर्डन डॉ. शालिनी कश्मीरिया ने कहा है कि वह छात्राओं के विरोध का स्वागत करती है। साथ ही कहा कि यह फैसला छात्रावासों के संबध में तय नियमों के तहत ही लिया गया था। क्योंकि सुरक्षा की दृष्टि से हॉस्टल काफी संवेदनशील है साथ ही हॉस्टल जंगल के बीच में है। पिछले साल भी एक व्यक्ति हॉस्टल के अंदर घुस गया था। साथ ही उन्होंने कहा कि केवल सेंसिबल कपड़े क्लॉथ्स शब्द लिखे गए है। शॉर्टस या छोटे कपड़े का कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है।