बाढ़ की स्थिति को देखते हुए भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के चीफ इंजीनियर और डीसी रुपनगर की बैठक

ख़बरें अभी तक। रूपनगर जिले में बाढ़ जैसे हालातों को देखते हुए भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के चीफ इंजीनियर और डिप्टी कमिश्नर रूपनगर कि आज शाम बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर एक मीटिंग हुई। जिसमें भाखड़ा डैम के जलस्तर को लेकर बातचीत हुई भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के चीफ इंजीनियर ने हमसे बातचीत करते हुए कहा कि केचमेंट एरिया में काफी बारिश हो रही है। जिसके चलते भाखड़ा डैम की गोविंद सागर झील में 100000 क्यूसिक पानी आ रहा है।

जिसके चलते भाखड़ा डैम की गोविंद सागर झील का जलस्तर 1681 पॉइंट 3 फीट तक पहुंच चुका है। भाखड़ा डैम के फ्लडगेट 8 फीट तक खोल दिए गए हैं। डैम के स्पिलवे से 41000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जबकि टरबाइन ओं से 36000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो कि कुल मिलाकर 77000 क्यूसिक पानी बकरा डैम की गोविंद सागर झील से छोडा किया जा रहा है।

भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के चीफ इंजीनियर की मानें तो भाखड़ा डैम से जो पानी छोड़ा जा रहा है उसकी वजह से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है जबकि निचले जगह पर जितनी भी खड्डें हैं जैसे सबां नदी ,लोहंड खड्ड उनमें से पहाड़ों से ज्यादातर पानी दरिया में आ रहा है। चीफ इंजीनियर का कहना था कि अगर झील में पीछे से पानी आना कम हो गया तो भाखड़ा डैम से भी कम पानी छोड़ा जाएगा जैसी स्थिति होगी उसके मुताबिक काम किया जाएगा।

चीफ इंजीनियर ने यह भी कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि भाखड़ा डैम ने 500 फीट ऊंचाई तक डैम में पानी को संभाला हुआ है अगर भाखड़ा डैम ना होता तो यह सारा पानी मैदानी इलाकों में जाना था जिससे कि पंजाब का बहुत बड़ा नुकसान होना था।

वहीं डिप्टी कमिश्नर रूपनगर सुमित जरंगल नहीं हमसे बातचीत करते हुए कहा कि हम गांव गांव जाकर स्थिति पर नजर बनाए रखे हुए हैं और हालातों का जायजा ले रहे हैं। वहीं सतलुज दरिया के किनारे बसे गांव में जितने भी स्कूल ऐसे हैं कि जहां पर पानी का खतरा है वहां से बातचीत करके छुट्टी की जाएगी। वहीं बच्चों औरतों और बुजुर्गों की सेफ्टी को देखते हुए उन्हें निचले इलाकों से ऊपरी इलाकों में आने की अपील भी की है। भाखड़ा डैम में पानी और आने की संभावना है अगर पानी और आता है तो डैम से पानी छोड़ा भी जाएगा जिससे स्थिति भी कंट्रोल करना मुश्किल होता है इसको देखते हुए कि बुजुर्गों और तो बच्चों की सुरक्षा हो जब तक हालात ठीक ना हो स्कूलों में छुट्टी की जाएगी जो स्कूल सत्य दया के पास पास हैं।