बरसात के मौसम कैसे बनाएं पैरों को कोमल, पढें ये उपाए

ख़बरें अभी तक: बरसात के मौसम में पानी से लबालब भरी सड़कें, ठंडे वातावरण और सीलन के कारण पैरों को काफी नुकसान पहुंचता है. जूतों के चिपचिपे होने के कारण पैरों में दाद, खुजली और लाल चकत्ते पड़ने लगते हैं.

ऐसे में ब्यूटी एक्सपर्ट का मानना है कि मानसून के सीजन में पैरों की देखभाल की ज्यादा जरूरत होती है. इसके अलावा कुछ सावधानियों और आयुर्वेदिक उपचारों की मदद से पांव और उंगलियों के संक्रमण से होने वाले रोगों से बचा जा सकता है.

बरसात के मौसम के दौरान स्लिपर तथा खुले सैंडिल पहनना ज्यादा उपयोगी होता है, क्योंकि इससे पैरों में हवा लगती रहती है. पसीने को सूखने में भी मदद मिलती है, लेकिन खुले फुटवियर की वजह से पैरों पर गंदगी तथा धूल जम जाती है, जिससे पैरों को नुकसान पहुंच सकता है.

बरसात में ऐसे करें पैरों की देखभाल-

-: सुबह नहाते समय पैरों की सफाई पर खास ध्यान दें.

-: पैरों को धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह सूखने दें.

-: पैरों की उंगलियों के बीच टैलकम पाउडर का छिड़काव करें.

-: बंद जूते पहनते हैं तो जूतों के अंदर टेलकम पाउडर का छिड़काव करें.

-: दिनभर की थकान के बाद घर पहुंचने पर ठंडे पानी में थोड़ा सा नमक डालकर पैरों को अच्छी तरह भिगोएं तथा उसके बाद पैरों को सूखने दें.