UP: सरकारी डॉ. बोला पहले लाओ 20 हजार फिर करूंगा रेफर

ख़बरें अभी तक। सरकारी डॉक्टरों की लापरवाही देखिए, मारपीट में गंभीर रूप से घायल दो भाईयों को डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया। जबकि, घायलों ने इस स्थिति में जिला चिकित्सालय में उपचार कराया। अब करीब दो माह बाद घायलों ने अस्पताल से आकर मुख्यमंत्री को पत्र भेज आरोपी सरकारी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने मेडिकल के नाम पर चिकित्सक पर 20 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।

दरअसल,शामली के थानाभवन क्षेत्र के गांव मसावी का है। छह जून को गांव निवासी इसराइल का अपने पड़ोसी के साथ मकान के उपर छज्जा डालने को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान हुई मारपीट में उसके बेटे मेहताब की जहां सिर की हड्डी टूट गई और शाहनवाज के हाथ व पैर की हड्डी टूटी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को थाने लाने के बाद मेडिकल के लिए सामुदायिक चिकित्सालय भेज दिया। आरोप है कि उस समय ड़्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने दिग्विजय ने उन्हें रेफर करने के नाम पर बीस हजार रूपये की मांग की।

जब उन्होंने पैसे देने से इन्कार कर नि‌ष्पक्ष तरीके से मेडिकल कराने की मांग की तो इस पर डॉक्टर ने उन्हें मेडिकल के लिए न भेजकर प्राथमिक उपचार के बाद ही उन्हें घर भेज दिया। साथ ही मेडिकल में भी गंभीर चोट का जिक्र नहीं किया। बताया कि इसके बाद उन्होंने मजबूरी में अपने दोनों बेटों का मुजफ्फरनगर के चिकित्सालय उसके बाद प्राइवेट चिकित्सालय में उपचार कराया और उसके बेटे दो माह बाद ठीक होकर घर लौटे हैं। पीड़ित ने मुख्यमंत्री से मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी चिकित्सक के खिलाफ मुकद्मा दर्ज करते हुए कार्रवाई की मांग की है।