अलविदा सुषमा स्वराज ! दिल्ली की पहली मुख्यमंत्री बनने से लेकर विदेश मंत्री बनने तक कुछ ऐसा रहा सुषमा का सियासी सफर

ख़बरें अभी तक।  कल रात दिल का दौरा पड़ने से सुषमा स्वराज की एम्स अस्पताल में मृत्यु हो गई। सुषमा स्वराज बीजेपी के कद्दावर नेताओं में जानी जाती थी। दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल करने वाली सुषमा स्वराज ने 70 मिनट तक मौत से लड़ने बाद कल रात एम्स अस्पताल में दम तोड़ दिया। वो काफी समय से अस्वस्थ चल रही थीं।

दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने से लेकर भारत की विदेश मंत्री बनने तक सुषमा का सियासी सफर कुछ ऐसा रहा….

सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। उन्होंने अंबाला छावनी के एसडी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली।

सुषमा स्वराज ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत बर्ष 1977 में की थी। हरियाणा के अंबाला से राजनीतिक सफर शुरू करने वाली सुषमा स्वराज का दिल्ली से गहरा नाता रहा है। वह दिल्ली की मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचने वाली पहली महिला थीं।
1977 में, जब सुषमा स्वराज ने हरियाणा में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी तो ये पहली बार विधान सभा के लिए चुनी गईं थीं। वे भारत में सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनी थीं और इन्होंने 1977 से 1979 तक जिनमें सामाजिक कल्याण, श्रम और रोजगार जैसे आठ पद संभाले।

1987 में सुषमा स्वराज को हरियाणा विधान सभा से फिर से चुना गया था। इस बार वे 1987 से 1990 तक सिविल आपूर्ति, खाद्य और शिक्षा के पद संभालते हुए कैबिनेट मंत्री रहीं।

1996 में, अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में तेरह दिन की सरकार के दौरान, इन्होंने सूचना और प्रसारण की केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में लोकसभा वार्ता के लाइव प्रसारण का एक क्रांतिकारी कदम उठाया था।

1998 में इन्हें तीसरी बार 12वीं लोकसभा की सदस्या के रूप में फिर से निर्वाचित किया गया था।

13 अक्टूबर से 3 दिसंबर 1998 तक, इन्हें दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में निर्वाचित किया गया।

अपने राजनीतिक करियर में सुषमा स्वराज ने अनेक उपल्ब्धियां हासिल की

साल 2008 और 2010 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार मिला था। वह इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली पहली और एकमात्र महिला सांसद हैं।
साल 1977 में महज 25 साल की उम्र में वह कैबिनेट मंत्री बनी थीं। उस वक्त वह सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री थीं।

1977 में जब वह 25 साल की थीं तब वह भारत की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनी थीं।

1979 में, 27 साल की उम्र में, वह हरियाणा में जनता पार्टी की राज्य अध्यक्ष बनीं।

सुषमा स्वराज को राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता होने का गौरव प्राप्त है। वह पहली महिला मुख्यमंत्री भी हैं।
वह पहली महिला केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी हैं। सुषमा स्वराज विपक्ष की पहली महिला नेता भी हैं।